आगरा अवैध धर्मांतरण गिरोह का सरगना अब्दुल दिल्ली से गिरफ्तार, 1990 में किया था धर्म परिवर्तन, बड़ी मात्रा में धार्मिक पुस्तकें बरामद
अवैध धर्मांतरण मामले में अब तक 11 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस ने बड़े पैमाने पर अवैध धर्मांतरण कराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने के तीन दिनों के भीतर मामले से जुड़े एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी को गिरोह का सरगना बताया जा रहा है।
अब्दुल रहमान को दिल्ली से किया गया गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी की पहचान अब्दुल रहमान के रूप में हुई है। पुलिस ने इससे पहले शनिवार को गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए छह राज्यों से 10 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया था। पुलिस ने बताया कि अवैध धर्मांतरण के मामले के संबंध में पकड़ा गया 11 वां आरोपी अब्दुल रहमान मूल रूप से फिरोजाबाद का रहने वाला है और उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। आगरा के पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया, “पकड़ा गया आरोपी अब्दुल रहमान अवैध धर्मांतरण गिरोह का सरगना है। गिरोह में शामिल लोग उसे रहमान चचा के नाम से बुलाते हैं।”
अब्दुल रहमान ने 1990 में किया था धर्म परिवर्तन
पुलिस आयुक्त ने बताया, “अब्दुल रहमान ने 1990 में धर्म परिवर्तन किया था और उसके बाद दिल्ली चला गया। अब्दुल से पहले गिरोह का सरगना कलीम सिद्दीकी था। 2021 में राज्य पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया था और 2024 में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी।”
आयुक्त ने बताया कि कलीम सिद्दीकी के जेल जाने के बाद अब्दुल रहमान ने धर्म परिवर्तन कराने की कमान संभाली। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब्दुल रहमान के पास से धर्मांतरण से जुड़ा धार्मिक साहित्य बड़ी मात्रा में बरामद किया गया। अधिकारी ने बताया, “अब्दुल रहमान को अदालत से पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।”
पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने शनिवार को लखनऊ में संवाददाताओं को बताया था, “इस गिरोह में संलिप्त 10 व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश समेत देश के छह राज्यों से गिरफ्तार किया गया।” आगरा पुलिस ने इस मामले में पश्चिम बंगाल से दो, गोवा से एक, उत्तराखंड से एक, दिल्ली से एक, राजस्थान से तीन और उत्तर प्रदेश से दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
