पीलीभीत: महिला अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद हंगामा

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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पीलीभीत, अमृत विचार। स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के महिला अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही सामने आई। जच्चा-बच्चा की मौत के बाद जमकर हंगामा किया गया। आरोप था कि तीन घंटे तक प्रसूता का ऑपरेशन ही नहीं किया गया। परिजनों के हंगामे करने से हड़कंप मचा रहा। कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और आश्वासन देकर बमुश्किल शांत कराया। हालांकि बाद में परिजन शव लेकर घर चले गए।

थाना न्यूरिया क्षेत्र के ग्राम मैदना निवासी नरेश पाल ने बताया कि उन्होंने उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा होने पर मंगलवार दोपहर पत्नी को सीएचसी न्यूरिया ले गए। सामान्य प्रसव संभव नहीं हुआ तो शाम पांच बजे प्रसूता को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। शाम करीब साढ़े 5 बजे महिला अस्पताल में लक्ष्मी को भर्ती किया गया। परिजनों का आरोप है कि रात आठ बजे तक डॉक्टरों और स्टाफ ने कोई ध्यान नहीं दिया। जांच रिपोर्ट का ही इंतजार करते रहे और ऑपरेशन भी नहीं किया गया। इस दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो गई।

मृतका के भाई अजयपाल के मुताबिक, शाम 05:30 बजे मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने के बाद से आठ बजे तक परिजनों को मरीज की हालत के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई। डॉक्टर-स्टाफ जांच रिपोर्ट का इंतजार करते रहे। करीब 8 बजे रिपोर्ट मिली, लेकिन तब तक लक्ष्मी की मौत हो चुकी थी। घटना के समय अस्पताल में सीएमएस डॉ. राजेश कुमार, विभागाध्यक्ष डॉ. रूपल खरे, सीनियर रेजिडेंट डॉ. रितु समेत पूरा स्टाफ मौजूद था। मौत के बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की, जबकि अस्पताल से जुड़े जिम्मेदारों का कहना था कि परिवार के पास महिला की कोई जांच रिपोर्ट नहीं थी। ऐसे में पहले जांच कराई जा रही थी, लेकिन इस दौरान उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों को समझा बुझाकर शव सौंप दिया गया। फिलहाल परिजनों ने कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। महिला की मौत के परिवार में कोहराम मचा रहा।

रिपोर्ट में देरी ने बिगाड़ी हालत

महिला अस्पताल में हेल्थ एटीएम, इंटीग्रेटेड लैब और अन्य आधुनिक जांच सुविधाएं होने के बावजूद सीबीसी, एलएफटी, केएफटी, एचआईवी आदि की रिपोर्ट आने में दो घंटे लग गए। परिजनों का कहना है कि यदि समय से ऑपरेशन किया गया होता, तो दोनों की जान बच सकती थी।

सीएमओ डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि महिला की मौत की जानकारी मिली थी। इस मामले में सीएमएस से जानकारी करने के साथ ही विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है। फिलहाल परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है। विभागीय स्तर से जांच कराई जा रही है। - 

 

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