हरदोईः बालू खनन कार्य में लगे पोकलैंड ऑपरेटर और और साथी की संदिग्ध मौत, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक पोकलैंड चालक और उनके साथी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद पुलिस की कार्रवाई से नाराज परिजनों ने रविवार देर रात शवों को सड़क पर रखकर स्टेट हाईवे जाम कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि दोनों की हत्या डंपर से कुचलकर की गई और ठेकेदार की शिकायत पर बिना परिवार को सूचित किए डंपर चालक के खिलाफ केवल दुर्घटना का मामूली मामला दर्ज किया गया। परिजनों ने मांग की कि ठेकेदार और डंपर चालक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो और मृतकों के परिवार को मुआवजा दिया जाए। करीब चार घंटे तक हाईवे जाम रहा, जिसके बाद स्थिति बिगड़ती देख कई थानों की पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि, परिजन डीएम और एसपी को मौके पर बुलाने, हत्या का केस दर्ज करने और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। बाद में एडीएम, एसडीएम सदर, बिलग्राम और अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को उनकी मांगें पूरी करने का लिखित भरोसा दिलाया, तब जाकर शवों को सड़क से हटवाकर जाम खुलवाया गया। इस दौरान जाम में फंसे लोग काफी परेशान रहे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार रात करीब 8 बजे कोतवाली शहर क्षेत्र में सांडी-हरदोई स्टेट हाईवे पर सांडी थाना क्षेत्र के ककेड़ी गांव के निवासी अनिल सिंह और भूरे सिंह के शवों को सड़क पर रखकर परिजनों ने जाम लगा दिया। अनिल सिंह पोकलैंड चालक थे और भूरे सिंह उनके सहयोगी के रूप में काम करते थे। दोनों बेहटा गोकुल थाना क्षेत्र के सलेमपुर राय में शारदा नहर से पोकलैंड के जरिए सिल्ट हटाने का काम कर रहे थे। शनिवार रात डंपर के चढ़ने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों को बिना सूचना दिए ठेकेदार गंगाराम की तहरीर पर अटवा असी गांव के डंपर चालक सूरज के खिलाफ दुर्घटना का मामला दर्ज कर लिया गया। रविवार रात पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव पहुंचे, जिसके बाद परिजन और ग्रामीण भड़क गए और सांडी स्टेट हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। इससे दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लग गई।
पुलिस और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची, लेकिन परिजन डीएम और एसपी को बुलाने की जिद पर अड़े रहे। उनका कहना था कि यह कोई साधारण हादसा नहीं, बल्कि रंजिश के चलते अनिल और भूरे की डंपर से कुचलकर हत्या की गई। घटना शनिवार रात 11 बजे की थी, लेकिन परिजनों को रविवार सुबह तक सूचना नहीं दी गई। इसके बावजूद ठेकेदार की शिकायत पर रात में ही दुर्घटना का मामला दर्ज कर लिया गया। परिजनों ने मांग की कि खनन ठेकेदार और डंपर चालक पर हत्या का केस दर्ज हो और परिवार को मुआवजा मिले। मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नृपेंद्र कुमार और एडीएम प्रफुल्ल त्रिपाठी ने पहुंचकर परिजनों को उनकी मांगें पूरी करने का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम हटवाया गया।
