प्रतापगढ़ में बदमाश से लिफाफा ले रहे थे कोतवाल, FIR दर्ज होते ही साहब हुए फरार 

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Published By Vinay Shukla
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आईजी द्वारा एफआईआर दर्ज करने के आदेश पर निलंबित कोतवाल फरार

प्रतापगढ़ अमृत विचार : महीने भर पूर्व शहर कोतवाल रहे जयचंद भारती पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। नगर कोतवाली के बिहारगंज बाजार में 16 जून सुबह चचेरे भाइयों को गोली मारने की घटना के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर से नोटों का लिफाफा लेने के आरोपी तत्कालीन शहर कोतवाल जयचंद भारती गोलीकांड के बाद निलंबित हो गए थे। अब उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की एफआईआर दर्ज की गई है। आईजी की ओर से एफआईआर दर्ज करने के आदेश की जानकारी देते ही जयचंद भारती पुलिस लाइन से फरार हो गए थे। उनके खिलाफ तस्करा दर्ज किया गया है। लाइन प्रतिसार निरीक्षक सोमदत्त शुक्ल ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस लाइन में तस्करा जीडी में दर्ज किया गया है।

कोतवाली नगर  क्षेत्र के बिहारगंज बाजार में 16 जून को चचेरे भाइयों को गोली मारने के मुख्य आरोपी अंतू थाने के हिस्ट्रीशीटर मस्सन अली से घटना की पूर्व रात्रि को तत्कालीन शहर कोतवाल जयचंद भारती ने आवास में मुलाकात कर नोटों से भरा लिफाफा लिए थे। दूसरे दिन घटना से पहले तीन बार बात मस्सन से बात भी की थी। सूत्रों से मामला संज्ञान में आने के बाद आईजी प्रयागराज अजय कुमार मिश्र ने घटना के दिन का कोतवाली से सीसीटीवी फुटेज मंगवा लिया था।

फुटेज में कोतवाल के मस्सन से पैकेट लेने की बात साबित होने पर आईजी ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। हालांकि गोलीकांड के बाद से ही निलंबित चल रहे पूर्व कोतवाल जयचंद भारती शनिवार को पुलिस लाइन से फरार हो गए। आईजी के आदेश के बाद शहर कोतवाल नीरज यादव ने पूर्व कोतवाल जयचंद भारती के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि साक्ष्य संकलित कर कार्रवाई की जा रही है।

गांजा गायब होने पर 2018 में जेल गए थे कोतवाल

वर्ष 2018 में पूर्व शहर कोतवाल हरपाल सिंह यादव को तीन कुंतल गांजा की हेराफेरी में गिरफ्तार किया गया था। 16 दिसम्बर 2015 को एसटीएफ और तत्कालीन शहर कोतवाल हरपाल ने तस्करों से झारखंड का गांजा पकड़ा था। बाद में गांजा कोतवाली परिसर से गायब हो गया था। उसे बेच लेने के संदेह में कोर्ट की सख्ती पर केस दर्ज किया गया था। घटना के तीन साल बाद हरपाल जेल भेजे गए थे।

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