बदायूं:  जलस्तर बढ़ने से खतरे के निशान तक पहुंची गंगा...उसहैत क्षेत्र में बाढ़ का खतरा 

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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बदायूं, अमृत विचार। भारी बारिश के बाद तटवर्ती इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। गंगा का पानी भारी तबाही मचा रहा है। किसानों की फसलें पूरी तरह पानी में डूब चुकी हैं। तटबंधों को खतरा पैदा हो गया है। गंगा किनारे रह रहे ग्रामीण घर छोड़ने का मन बना रहे हैं। जिला प्रशासन ने भी स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

रविवार की रात जिले भर में मूसलाधार बारिश हुई है। बारिश ने जहां गांव, कस्बों और शहरों में जलभराव कर दिया है। वहीं गंगा में भी पानी बढ़ रहा है। साथ ही नरौरा बैराज से भी सोमवार को 80 हजार 447 क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है, जबकि चार दिन से लगातार पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है जो महावा नदी से लेकर कछला और उसहैत क्षेत्र में तबाही मचा रहा है। बारिश के साथ ऊपर से आने वाले पानी ने तटवर्ती इलाकों में मुश्किलें पैदा कर दी हैं। उसहैत के जटा और असमिया रफतपुर गांवों के खेतों में फसलें पानी में डूब चुकी है। चारों ओर पानी ही पानी दिख रहा है।

क्षेत्र के लोगों ने बाढ़ की संभावना जताते हुए घरेलू सामान बांधना शुरू कर दिया है। ग्रामीण बाढ़ की संभावना जता रहे हैं। चार दिन से बढ़ रहे जलस्तर ने तटबंधों को भी खतरा पैदा कर दिया है। कछला गंगा में जलस्तर खतरे के निशान से मात्र एक सेंटी मीटर नीचे है। गंगा तट पर सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। इससे आगे हुसैनपुर गांव के आस पास गंगा का पानी स्थानीय लोगों को डरा रहा है। 

बांध की निगरानी बढ़ दी गई है। जिला प्रशासन ने गंगा के रौद्र रूप को देखते हुए स्थिति पर नजर रखने के निर्देश बाढ़ खंड को दिए हैं। दातागंज तहसील प्रशासन ने उसहैत क्षेत्र के हालातों का जायजा लेने की बात कही है। तहसील प्रशासन का कहना है कि यदि बाढ़ जैसे हालात पैदा होते हैं तो लोगों को उनकी जरूरतों की चीजें उपलब्ध कराई जाएंगी।
गढ़िया रंगीन सड़क पर पहुंचा पानी

रामगंगा में लगातार पानी बढ़ने से और रविवार की रात हुर्ठ बारिश का पानी अब गढ़िया रंगीन को जाने वाली सड़क पर पहुंच गया है। सड़क पर पानी भरने से आज वाहनों का आवागमन बाधित रहा। रसूलपुर व अन्य गांवों में पानी ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी हैं। हजरतपुर पुल के नीचे रामगंगा का पानी खतरे के निशान तक पहुंच चुका है। इस क्षेत्र में भी बाढ़ की आशंका के चलते लोग डरे हुए हैं। म्याऊं से हजरत पुर तक जाने वाली सड़क के दोनों ओर बारिश का पानी भरा हुआ है।

सोत नदी पर बना पुल पानी में डूबा
कादरचौक, अमृत विचार : रविवा रात हुई मूसलाधार बारिश ने क्षेत्र में मुसीबत पैदा कर दी है। सड़कों पर पानी भर गया है। बारिश का पानी खेत खलिहान में भर गया है। इससे स्थानीय लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। मोहम्मदगंज में सोत नदी के पुल पर पानी भर गया है जिससे लोग परेशान हैं। मुहम्मदगंज पर बने सोत नदी का पुल भी पानी में डूब गया। इससे पुल पर वाहनों का आवागमन बंद हो गया। ककराला की ओर से आने जाने वाले वाहन सोमवार को नहीं चले।

नरोरा से सोमवार को 80 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है, जबकि बीती रात हुई भारी बारिश का पानी भी गंगा में पहुंच रहा है। इससे गंगा अब अपना रूप बदल रही है। गंगा में जलस्तर बढ़ने से फसलों को भी क्षति हुई है। ऊपर से पानी बढ़ने से कुछ दिक्कत तो हैं मगर अभी तक अन्य किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। - नेशपाल, सहायक अभियंता, बाढ़ खंड

 

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