शाहजहांपुर: एक ओर निगरानी दूसरी ओर बाघ ने बकरी को बनाया निवाला

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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खुटार, अमृत विचार। क्षेत्र में लगातार बाघ पालतू जानवरों को निवाला बना रहा है, जबकि वन विभाग की टीम कांबिंग करने के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। सोमवार दोपहर 1:00 बजे चांदपुर गांव के समीप महेश बाबा के स्थान पर बकरी चरा रही महिलाओं की बकरियों पर बाघ ने हमला कर दिया। जिस पर एक बकरी को बाघ ने निवाला बना डाला, बाघ के बकरियों पर हमला करने पर महिलाएं चीख कर भाग खड़ी हुई और हो हल्ला मचाने लगी। जिस पर राहगीर व खेतों में मौजूद किसानों ने शोर मचाते हुए बाघ से अन्य बकरियां को बचाया। 

सोमवार दोपहर के समय चांदपुर निवासी रामरहीश कश्यप की पत्नी रेशमा व हीरावती एवं रामकुमार कश्यप बकरियों को महेश बाबा स्थान के पास चकरोड पर चरा रहे थे। बाघ ने बकरियों पर हमला कर दिया, रेशमा की एक बकरी को निवाला बना डाला। खाने के बाद बाघ अन्य बकरियों पर भी हमलावर हो गया। जिस पर महिलाएं चीखने चिल्लाने लगी। शोर होने पर राहगीर और खेतों में मौजूद ग्रामीणों ने हो हल्ला मचाते हुए बाघ को खदेड़ा। ग्रामीणों को सूचना मिलने पर ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और बकरी को बाघ के चंगुल से छुड़ाकर उसका अध खाया शव लेकर जैसे ही घर की ओर चले तो बाघ भी पीछे से चल दिया। 

जिस पर ग्रामीणों ने लाठी -डंडा लेकर बाघ को खदेड़ा। ग्रामीणों ने बताया एक ओर महिलाएं बकरियां चरा रही थी तो दूसरी तरफ वन विभाग की टीम बाघ को खदेड़ने के लिए काम्बिंग भी कर रही थी। कुछ ही दूरी पर मौजूद वन विभाग टीम बाघ के हमला किए जाने को रोक न सकी। बाघ लगातार चांदपुर में डेरा जमाए है। रविवार को भी बाघ ने गांव में बकरी को निवाला बनाया था जबकि उससे पूर्व चतुरपुर, हरिहरपुर, बरगदिया गांव में पालतू जानवरों को अपना निवाला बना चुका है।सूचना पर वन दरोगा व वनरक्षक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बाघ के पग चिन्ह ट्रेस किए और उसे खदेड़ने के लिए कांबिंग शुरू की। वन विभाग टीम ने ग्रामीणों को बताया कि कोई भी ग्रामीण खेतों में अकेला न जाए, जानवर चराने को ले जाने से पूर्व हो हल्ला करते रहे और अपने जानवरों की स्वयं निगरानी करें।

एसडीओ वन विभाग पुवायां डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि लगातार टीमें क्षेत्र में काम्बिंग कर रही है और लोगो से सतर्कता बरतने की अपील भी कर रही है। पगचिह्न ट्रेस किए गए। जिससे पता चला है। कि पगचिह्न तेंदुए के है। जिसे जल्द जंगल की तरफ खदेड़ा जाएगा। 

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