बाराबंकी में 24 घंटे की मूसलाधार बारिश के बाद मिली राहत, अब बूंदा-बांदी का साथ… जलभराव ने बढ़ाई मुश्किलें
बाराबंकी, अमृत विचार : 24 घंटे के बाद सोमवार को बारिश थमने पर शहर में हलचल बढ़ी हालांकि आसमान पर बादल छाए रहे और बीच बीच में हल्की बूंदा बांदी जारी रही। पंखे की हवा भी सुकून देती नजर आई। लगातार बारिश के चलते सोमवार को तमाम स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई। वहीं आसन्न रक्षाबंधन पर्व को लेकर दुकानदार सामान सहेजते दिखे। तेज न सही पर रिमझिम बारिश का सिलसिला रविवार की सुबह करीब दस बजे से शुरु हुआ तो तेज धीमी बारिश लगातार होती रही।
आलम यह हुआ कि उमस न के बराबर रही तो पारा लुढ़क कर 27 डिग्री पर आ गया। कहां भीषण उमस में एकमात्र एसी ही सहारा बना था तो मौसम बदलते ही छत का पंखा भी ठंडी हवा देने लगा। दिन ही नहीं बल्कि रविवार पूरी रात पानी बरसता रहा और सुबह से दोपहर बाद तक हुई धीमी बारिश करीब साढ़े तीन बजे बंद हुई। बारिश के थमते ही आमजन ने राहत की सांस ली वहीं अब तक ग्राहकों का इंतजार देख रहे राखी विक्रेताओं के चेहरे पर सुकून लौटा।

सोमवार को बारिश के मद्देनजर ही तमाम स्कूलों में रेनी डे घोषित कर दिया गया। छुट्टी होते ही बच्चों ने अपनी खुशी जाहिर की। घरों में कैद लोगों ने बारिश रुकने के बाद अपने जरूरी काम निपटाए। हालांकि 24 घंटे से अधिक हुई बारिश के बाद शहर का नक्शा बिगड़ गया। जगह जगह जलभराव, उफनाए नाले नालियां, गलियों में कीचड़, बदबू फेंकता जमा कूड़ा ही शहरवासियों के नसीब आया।

डीएम आवास के पास टूटी पेड़ की डाल : मूसलाधार बारिश से शहर में कई जगह जलभराव की स्थिति बन गई, तो कई जगहों पर पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं। जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हुई। इसी क्रम में सोमवार को जिलाधिकारी आवास के पास एक विशालकाय पेड़ की बड़ी डाल सड़क पर गिर गई, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। सूचना मिलते ही यातायात प्रभारी रामयतन यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तत्काल पेड़ की डाल को कटवाकर हटवाया। राम यतन यादव ने बताया कि तेज हवा और बारिश के कारण पेड़ की डाल टूटकर गिर गई थी, जिससे कुछ देर के लिए आवागमन प्रभावित हुआ। डाल को हटवा दिया गया है और यातायात व्यवस्था सामान्य रूप से बहाल है।
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