राज्यसभा में उप नेता ने उठाए निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल, बोले प्रमोद तिवारी- राहुल के आरोपों पर जवाब दे EC

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने भारत निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग पार्टी नेता राहुल गांधी के आरोपों पर शीघ्र जवाब दे, ताकि मतदाता सूची में गड़बड़ी पर सच्चाई लोगों के सामने आ सके। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल के नेता 11 अगस्त को संसद भवन से आयोग तक मार्च निकालेंगे। उपनेता रविवार को प्रयागराज में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने डेटा व स्पष्टीकरण देने की मांग करते हुए कहा कि मार्च में सभी विपक्षी दल के नेता शामिल होंगे। ये विपक्षी दलों का लोकतांत्रिक अधिकार है, केंद्र सरकार इसे रोकने की कोशिश न करे। उन्होंने कहा कि विपक्षी आयोग से सभी तथ्य व डेटा सार्वजनिक करने की मांग करेंगे, क्योंकि सभी डेटा आयोग के पास मौजूद हैं, जिनके आधार पर ‘चोरी’ पकड़ी गई है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के पास एक शानदार मौका होगा कि संपूर्ण विपक्ष के नेता उनके दरवाजे पर होंगे।

उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग चाहे तो हर दल से दो या तीन सांसद को बुला ले और सब कुछ साफ कर दे। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हुए सीज फायर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर प्रधानमंत्री से हिम्मत दिखाकर सच बोलने की मांग की।

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वाराणसी से जीते नहीं, जिताए गए हैं मोदी : अजय राय

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीते नहीं, बल्कि जिताए गए हैं। वाराणसी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष ने निर्वाचन आयोग से आठ सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी में लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मजाक बनाकर फर्जी मतदान व मतदाता सूची में हेरफेर व सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ‘विशाल सिंह’ नामक व्यक्ति का नाम एक साथ कर्नाटक व वाराणसी दोनों जगह मतदाता सूची में दर्ज है। इस व्यक्ति की ओर से वाराणसी के कैंट विधानसभा क्षेत्र में आरएसएस संचालित ‘निवेदिता शिक्षा सदन बालिका इंटर कालेज तुलसीपुर’ स्कूल में वोट डाला गया।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पूछे आठ सवाल

-विपक्ष को डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों नहीं दी जा रही ? आखिर क्या छुपाया जा रहा है ?

-सीसीटीवी फुटेज व वीडियो सबूत क्यों मिटाए जा रहे हैं और किसके इशारे पर ?

-वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और फर्जी वोटिंग क्यों की गई ?

-विपक्षी नेताओं को धमकाने और डराने का खेल क्यों चल रहा है ?

-क्या चुनाव आयोग अब भाजपा का चुनावी एजेंट बन चुका है? 2024 लोकसभा चुनाव के समय चुनाव आयोग की डिजिटल वेबसाइट पर वाराणसी की सीट का डाटा रोक दिया गया था ?

-वाराणसी में चुनाव वाले दिन विपक्ष के जनप्रतिनिधियों, नेताओं को नजरबंद किया जा रहा था व और वोटरों को धमकाया जा रहा था ?

-वाराणसी में जब नतीजों में हम आगे चल रहे थे, तब गिनती को जानबूझकर धीमा किया गया आखिर क्यों ?

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