सीतापुर : पैनल से पोस्टमार्टम, चोटों के निशान मिलने पर दरोगा-सिपाही पर FIR

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Published By Vinay Shukla
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सीतापुर, अमृत विचार : सत्यपाल यादव की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। रिपोर्ट में ठोड़ी से लेकर सिर तक गंभीर चोटें और पेट में पानी पाए जाने के बाद सिधौली कोतवाली में भण्डिया चौकी इंचार्ज मणिकांत श्रीवास्तव और उनके हमराह आरक्षी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

डीएम अभिषेक आनंद के निर्देश पर दो डॉक्टरों का पैनल गठित कर वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम किया गया। परिस्थितियों को स्पष्ट करने के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है। मृतक के पिता सोबरन यादव की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ अपराध संख्या 313 के तहत बीएनएस की धारा 173 और 105 में केस दर्ज हुआ है। आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने सोए हुए सत्यपाल को बिना पूछताछ के पीटा, जिससे गंभीर चोटों के कारण उसकी मौत हो गई।

राजनीतिक प्रतिक्रिया : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीड़ित पक्ष का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट में सरकार और पुलिस पर सवाल खड़े किए और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

चौकी इंचार्ज का बैकग्राउंड : मणिकांत श्रीवास्तव इससे पहले डीजीपी के गोपनीय विभाग में पांच डीजीपी के साथ कार्य कर चुके हैं। सीतापुर में चुनावी ड्यूटी और पैरामिलेट्री फोर्स की जिम्मेदारी संभालने के बाद उन्हें भण्डिया चौकी का प्रभारी बनाया गया था।

परिवार की मांग : शव गांव पहुंचने पर पूर्व विधायक डॉ. हरगोविंद भार्गव भी मौजूद रहे। पीड़ित परिवार ने सत्यपाल के आश्रित को नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग रखी, क्योंकि वह परिवार का मुख्य कमाने वाला था।

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