कूड़ा गाड़ियों को न देने पर चालान-नोटिस; डोर-टू-डोर कलेक्शन पर नगर निगम ने सख्ती बढ़ाई
कानपुर, अमृत विचार : नगर निगम ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की मॉनीटरिंग तेज करते हुए उन घरों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं जो निगम की अधिकृत एजेंसी जेटीएन प्रा. लि. के वाहनों को कूड़ा नहीं दे रहे और किसी अन्य निजी कर्मचारी/संस्था को कूड़ा सौंप रहे हैं। नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने ऐसे गृहस्वामियों का चालान करने तथा अन्य मामलों में नोटिस जारी करने का आदेश दिया है।
निगम के निर्देशों के प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं
- प्रत्येक सफाई एवं खाद्य निरीक्षक को प्रतिदिन 50-50 चालान करने के निर्देश; इससे कम चालान करने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
- जेटीएन के सुपरवाइजरों को उन घरों व प्रतिष्ठानों की सूची प्रदान करनी होगी जो कूड़ा गाड़ियों को नहीं दे रहे।
- जिन घरेलू/व्यवसायिक ठिकानों द्वारा निगम की अधिकृत एजेंसी को कूड़ा न देकर प्राइवेट कर्मियों को दिया जा रहा है, उन पर नोटिस जारी किया जाएगा।
- मॉडल/आदर्श वार्डों में जेटीएन व आईसीसी टीम के दैनिक कार्यों की नियमित समीक्षा अनिवार्य होगी।
नगर निगम ने कचरा उठाने वाले कर्मचारियों की उपस्थिति पर लाइव लोकेशन आधारित निगरानी भी लागू कर दी है। कर्मचारियों को कूड़ा उठाने के दौरान चार अलग-अलग जगहों की लोकेशन फोटो संबंधित ग्रुप में अपलोड करनी होगी, तभी उनकी उपस्थिति दर्ज मानी जाएगी।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने कहा, “डोर-टू-डोर कलेक्शन कवरेज बढ़ाने के लिए कड़ाई जरूरी है। अभी 90% से अधिक वार्डों में कूड़ा उठ रहा है।लक्ष्य इसे शीघ्र 100% पर पहुँचाना है।” उन्होंने कहा कि जिन वार्डों में कचरा नियमित उठ रहा है, वहां पूर्ण कवरेज सुनिश्चित करने के लिए सख्ती जरूरी है।
निगम के इस कदम का उद्देश्य न केवल सफाई व्यवस्था को मज़बूत करना है, बल्कि कूड़ा प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेह व्यवस्था लागू कर शहरी स्वास्थ्य व स्वच्छता मानकों को बेहतर बनाना भी बताया जा रहा है।
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