पेमेंट का फर्जी स्क्रीन शॉट भेजकर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार
लखनऊ, अमृत विचार : इलेक्ट्रॉनिक दुकान से सामान लेकर क्यूआर कोड से पेमेंट का फर्जी मैसेज भेज कर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मड़ियांव पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक नगर निगम में संविदाकर्मी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 11 बंडल कॉपर के तार बरामद किए हैं।
इंस्पेक्टर मड़ियांव शिवानंद मिश्र ने बताया कि आईआईएम रोड पर व्यवसायी विमलेश मिश्रा की धर्मा इंटरप्राइजेज नाम से दुकान है। 27 जुलाई को उनके पास एक कॉल आई। फोनकर्ता ने अलग-अलग कंपनियों के तार की कीमत पूछी। उसके बाद पीड़ित के व्हाट्सएप पर एक पर्चा भेजा। फोनकर्ता ने कहा कि आप सामान पैक कर दो, मैं ऑनलाइन पेमेंट कर रहा हूं। कुछ देर बाद पीड़ित के पास माल ढुलाई करने वाली कंपनी पोर्टर का एक कर्मचारी आया और सामान लोड करने की बात कही।
जालसाज ने कहा कि क्यूआर कोड से रुपये भेज रहा है। पर नहीं हो पा रहा है। दूसरा क्यूआर कोड मांगा तो दुकानदार ने अनुज नाम के युवक का क्यूआर कोड पेमेंट के लिए भेज दिया। इसके बाद जालसाज ने पेमेंट स्क्रीन शाॅट भेजा। साथ ही नेटवर्क में गड़बड़ी का हवाला देते हुए कुछ देर में पेमेंट अकाउंट में पहुंचने का झांसा दिया। उसके बाद आरोपी का नंबर बंद हो गया।
जांच के दौरान पुलिस ने भिठौली तिराहे के पास से तीन आरोपियों को पकड़ा। आरोपियों में आलमबाग निवासी सुंदरम उर्फ सतीश, तालकटोरा निवासी ऋषि कुमार गुप्ता और काकोरी निवासी मो. शादाब है। आरोपी सुंदरम नगर निगम में संविदा पर कार्यरत है। अन्य दोनों आरोपी बिजली वायरिंग का काम करते हैं। पुलिस आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
