बकाया वसूलने सरकारी अस्पताल पहुंचे अधिकारी, भुगतान न होने से PHC, आरोग्य मंदिर में बिजली कटने की नौबत

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार : सरकारी अस्पतालों को बजट न मिलने की वजह से बिजली कटने की नौबत आ गई है। कई अस्पतालों में करीब छह माह का बिजली बिल बकाया है। विद्युत विभाग के कर्मचारी बिजली काटने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं, जिनसे मोहलत लेकर डॉक्टर काम चला रहे हैं। सीएमओ के अधीन 108 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (आयुष्मान आरोग्य मंदिर), 54 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और 20 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हैं।

इनमें से आयुष्मान आरोग्य मंदिर और पीएचसी पर बिना बिल जमा किए बिजली आपूर्ति हो रही है। विद्युत विभाग के इंजीनियर आए दिन इन केंद्रों के प्रभारी अधिकारियों से बिल जमा करने को बोल रहे हैं। कई केंद्र पर तो छह से आठ माह का बिजली का बिल बकाया है। 

पीएचसी के प्रभारी अधिकारी लगातार सीएमओ और अपने अधिकारियों को पत्र, मैसेज भेज रहे हैं, लेकिन बिजली का बिल का भुगतान उन्हें नहीं किया जा रहा है। अलीगंज क्षेत्र की एक पीएचसी प्रभारी ने हाल में ही सीएमओ को पत्र भेजा है। लिखा है कि विद्युत विभाग वाले बिजली की लाइन काटने आए थे। छह माह से बिल नहीं जमा है। किसी तरह उन्हें रोका गया। किसी भी दिन बिजली काटी जा सकती है। 

जल्द कार्रवाई करें, जिससे पीएचसी सुचारू रूप से चल सके। ऐसे ही कैंटोमेंट क्षेत्र की एक पीएचसी प्रभारी ने फरवरी से बिजली बिल न जमा होने की शिकायत की है। कहा है कि पीएचसी के भवन स्वामी पुराना बिल जमा करने को कह रहे हैं। वहीं, पुराने शहर की एक पीएचसी प्रभारी ने कहा है कि तीन बार से बिजली का बिल बैंक खाते में रुपया न होने से जमा नहीं हो सका है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह, ने बताया कि बजट की कोई समस्या नहीं है। जल्द ही केंद्रों का भुगतान कर दिया जाएगा।

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