बरौनी ग्वालियर एक्सप्रेस के शौचालय में मिला शव : शर्ट से बने फंदे से लटका था यात्री, नहीं हो सकी शिनाख्त

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
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बाराबंकी, अमृत विचार : बुधवार सुबह बरौनी से ग्वालियर जा रही ट्रेन में सामान्य कोच के शौचालय में संदिग्ध रूप से एक व्यक्ति शर्ट से बने फंदे से लटकता मिला। बुढ़वल स्टेशन पर रुकी ट्रेन में पहुंची पुलिस ने अंदर से बंद दरवाजा किसी तरह खुलवाया। सीएचसी ले जाने पर यात्री को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। इस घटना से यात्रियों में हड़कंप मचा रहा। 

जानकारी के अनुसार बरौनी से चलकर लखनऊ होते हुए ग्वालियर जाने वाली ट्रेन संख्या 11124 बुधवार की सुबह 8.50 पर बुढ़वल रेलवे स्टेशन अपने समय पर रुकी। तभी कंट्रोल रूम से सूचना पाकर जीआरपी थाने से एसआई सुनील कुमार व रामबाबू ट्रेन के बाद लगे जनरल कोच संख्या 226189/सी में पहुंचे। इस कोच के एक शौचालय का दरवाजा धक्का देने पर भी नहीं खुला, काफी प्रयास के बाद दरवाजा खाेलकर पुलिस भीतर गई तो एक व्यक्ति को दरवाजे के ऊपर बने कुंडे में अपनी शर्ट से गर्दन में फंदा डाल लटका मिला। पुलिस के अनुसार उसके मुंह से निकला हुआ ब्लड जमीन पर सूख गया था, वहीं यात्री का एक पैर कमोड के अंदर व दूसरा पैर बाहर था। यात्रियों की मदद से यात्री को फंदे से उतारकर रामनगर सीएचसी ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक के पास कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे उसकी पहचान की जा सके। आशंका है कि बरौनी से ट्रेन के चलते समय ही यह घटना हुई है हालांकि एक्सप्रेस ट्रेन पर स्कार्ट ड्यूटी होने के बावजूद इस घटना का पता न चलना हैरत की बात है। 

फंदे से लटकी मिली विवाहिता व युवक

शहर व जैदपुर कस्बा में एक विवाहिता समेत दो लोगों के शव फंदे से लटकता मिला। दोनों ही घटनाओं के पीछे घरेलू वजह सामने आई है। जानकारी के अनुसार शहर काेतवाली क्षेत्र में आवास विकास कालोनी स्थित बड़ा पार्क के रहने वाले बृजेश कुमार प्रजापति की पत्नी संजू देवी 35 मंगलवार को आधी रात के बाद घर में फांसी के फंदे से लटकी हुई मिली। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने फारेेंसिक टीम को भी मौके पर बुलवाया। वहीं शव उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतका का पति एक गैस एजेंसी पर आपरेटर है। वहीं जिला बस्ती थाना नगर बाजार ग्राम नचना से आए मृतका के भाई ने बताया कि उसके जीजा नशे के आदी हैं और दम्पति के बीच आए दिन कलह का माहौल था। 

जैदपुर थाना क्षेत्र में एक युवक का शव कस्बा स्थित कब्रिस्तान में पेड़ से बने फंदे से लटकता मिला। मृतक का नाम मोहम्मद आशू 27 पुत्र मोहम्मद सईद है जो कस्बा जैदपुर के छोटा इमामबाड़ा का रहने वाला है। बुधवार की सुबह स्थानीय लोग बड़ी मीरा स्थित कब्रिस्तान से होकर गुजरे तो आशू का शव लटका देखा। बताया जा रहा कि आशू ने घरेलू कलह से ऊबकर यह कदम उठाया है। उसकी दो शादियां हुई थीं और दोनों ही पत्नियों के बीच आपसी विवाद को लेकर अक्सर झगड़ा हुआ करता था, यह विवाद कई बार पुलिस चौकी तक भी पहुंचा। इन्ही बातों को लेकर आशू काफी परेशान चल रहा था। मंगलवार को भी इनके बीच काफी विवाद हुआ था। मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। आत्महत्या के पीछे फिलहाल घरेलू कलह ही कारण बनकर सामने आया है।

बदनामी से दुखी होकर जान देने निकला था पति

पत्नी से जबरन छेड़छाड़ को लेकर गांव में हुई बदनामी व आरोपी की पत्नी के तानों से दुखी होकर पति ने गोमती नदी में कूदकर जान देने की काेशिश की थी। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे बचा लिया। अब पत्नी की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।

बताते चलें कि गत 25 अगस्त की शाम पुलिस को गाेमती नदी में एक व्यक्ति मिला, बात चीत में वह करीब के ही एक गांव का रहने वाला निकला। बताया कि वह आत्महत्या करने के लिए नदी में कूदा था हालांकि पुलिस के समझाने बुझाने पर वह घर वापस चला गया। इस घटना के दो दिन बाद पीड़ित की पत्नी ने गांव के ही रामकरन पुत्र नंदलाल के खिलाफ दी गई तहरीर में कहा है कि कई बार फोन कर रामकरन ने उसे खेत में बुलाया और अकेला पाकर छेड़छाड़ करने लगा, यह सब एक युवक ने देख लिया और उसने गांव जाकर सबको यह बात बता दी। उधर आरोपी की पत्नी ने ताने मारने व गाली देनी शुरु कर दी। यह सब पता लगने पर पति सदमे में आ गया और 24 अगस्त को वह बिना बताए घर से निकल गया।

जेल में तैनात एसआई की हार्ट अटैक से मौत 

जिला कारागार में तैनात एक उपनिरीक्षक की हार्ट अटैक पड़ने मौत हो गई। परिजन जिला अस्पताल लेकर गए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

जानकारी के अनुसार प्रतापगढ़ जिला कुंडा थाना गांव भदरी बारी का पुरवा निवासी राम सुमेर गौतम 51 पुत्र श्रीराम प्रसाद जिला कारागार बाराबंकी में बतौर उपनिरीक्षक तैनात थे। वह ह्दय की बीमारी से परेशान चल रहे थे, करीब डेढ़ माह पूर्व बाइपास सर्जरी भी हो चुकी है। वह कारागार के पास ही किराए के कमरे में रह रहे थे। मंगलवार की शाम उनक तबीयत अचानक बिगड़ने लगी तो पुत्र मनीष कुमार उन्हे लेकर जिला अस्पताल पहुंचा लेकिन यहां पर डाक्टरों ने दरोगा को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना परिजनों को दी गई वहीं पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। मृत दरोगा रामसुमेर दो पुत्र व दो पुत्री के पिता थे।

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