बिजली विभाग घाटे में, अधिकारी कर रहे विदेश की सैर... ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोसिएशन को मिल रहे चंदे का हो रहा दुरुपयोग
उपभोक्ता परिषद का दावा
लखनऊ, अमृत विचार: एक तरफ घाटे के नाम पर बिजली कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर ऑल इंडिया डिस्काम एसोसिएशन के खाते में जाने वाले राजस्व के धन से अधिकारी विदेश दौरा कर रहे हैं। ऑल इंडिया डिस्काम एसोसियेशन के प्रायोजित विदेश दौरे में पावर कारपोरेशन के दो वरिष्ठ अधिकारी और एक निदेशक गुपचुप तरीके से जून में मनीला (फिलीपींस) का भ्रमण कर आए हैं। इसका खुलासा होते ही हड़कंप मचा हुआ है।
उपभोक्ता परिषद ने यह खुलासा करते हुए आरोप लगाया है कि ऑल इंडिया डिस्काम एसोसिएशन के खाते में जाने वाले उपभोक्ताओं के राजस्व के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। परिषद के मुताबिक एसोसिएशन के खाते में 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा सदस्यता और चंदे के नाम जाता है। इसी धन के बूते डिस्काम एसोसिएसन ने विदेश में स्टडी टूर करने का भी पत्र सभी बिजली कंपनियों को जारी किया था। इतना ही नहीं, उपभोक्ता परिषद की छानबीन बताती है कि ऑल इंडिया डिस्काम एसोसिएशन द्वारा प्रायोजित इसी इंटरनेशनल स्टडी टूर के तहत पावर कारपोरेशन के दो अधिकारी जून 2025 में मनीला (फिलीपींस) घूम कर आ गए। पावर कॉरपोरेशन की तरफ से जो दो अधिकारी विदेश के लिए नामित किए गए थे उसमें निदेशक वाणिज्य पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम संजय जैन और मुख्य अभियंता अपर सचिव द्वितीय पावर कॉरपोरेशन राजेंद्र प्रताप सिंह हैं। परिषद का आरोप है कि एक ओर बिजली कंपनियों के राजस्व के पैसे से जहां रिटायर्ड अभियंता डिस्काम एसोसिएशन में मोटी तनख्वाह ले रहे हैं वहीं विदेशी भी घूम रहे हैं।
उप्र. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि और कौन-कौन विदेश गया उसकी भी छानबीन चल रही है। उनका भी खुलासा जल्द होगा। वर्मा के मुताबिक जनता के राजस्व के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है, पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
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