टोंटी चोर... सपा कार्यकर्ताओं पर जमकर बरसी BJP विधायक केतकी सिंह की 16 साल की बेटी, कहा- "ना मैं डरूंगी और ना ही मेरी मां"
लखनऊः उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने है। इस बीच बीजेपी विधायक केतकी सिंह की 16 साल की बेटी का सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ जमकर गुस्सा फूटा है। इस बेटी ने सपा के कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ना वो डरेंगी और ना ही उनकी मां किसी से डरेंगी।
आखिर क्या है पूरा मामला?
दरअसल यूपी के बलिया की बांसडीह से भाजपा विधायक केतकी सिंह ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि, "इन समाजवादियों में शर्म नहीं है। इतना बेइज्जत होने के बाद भी कम से कम टोटी लौटाने की बात तो अपने मुंह से कह सकें। उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव हर किसी से हिसाब मांगते रहते हैं, लेकिन अपनी टोटियों का अभी तक हिसाब नहीं दिया है। टोटियां उठाकर जो ले गए हो साहब, वो उत्तर प्रदेश की जनता को वापस करो। जनता हिसाब खोज रही है। उसके बाद जिन-जिन चीजों का हिसाब आप मांग रहे हैं, वो सब दे दिया जाएगा।"
केतकी सिंह के इस बयान से सपा के कार्यकर्ताओं आग बबूला हो गए और केतकी के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए। सपा महिला सभा के नेता... केतकी सिंह के गुलिस्ता कॉलोनी स्थित आवास का घेराव करने पहुंच गए। उनके हाथ में टोटी थीं। महिला नेताओं ने केतकी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धरना देना शुरू कर दिया। इस दौरान केतकी घर पर नहीं थीं, लेकिन उस समय केतकी की 16 साल की बेटी घर पर अकेली थी।
केतकी की बेटी ने सपा नेताओं को दी चेतावनी?
बलिया की विधायक केतकी सिंह की बेटी ने सपा के कार्यकर्ताओं को एक वीडियो के जरिए कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, "मैं केतकी सिंह की बेटी हूं। आज हमारे घर के सामने भारी भीड़ जमा हो गई थी। कई लोग नारे लगा रहे थे, क्योंकि मेरी मां ने कल अखिलेश यादव के खिलाफ एक बयान दिया था। इन लोगों को लगता है कि वे एक 16 साल की लड़की को डराकर अपनी राजनीति चमका लेंगे। लेकिन अगर यही उनकी सोच और शिक्षा है, तो यह पूरी तरह गलत है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं साफ बता देती हूं, आप मुझे जितना डराने की कोशिश करेंगे, मैं बिल्कुल नहीं डरूंगी। लेकिन अगर आपने मेरे खिलाफ जरा भी गलत हरकत की, तो मेरी मां आपको सबक सिखा देगी।"
केतकी की बेटी ने सपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाते हुए कहा, "मुझसे कुछ कहने की बजाय बलिया जाइए, जहां मेरी मां विधायक हैं और नेतृत्व कर रही हैं। वहां जाकर अपनी बात रखिए, वहां की राजनीति में हिस्सा लीजिए। लेकिन एक 16 साल की लड़की, जो घर में अकेली रहती है, उसे डराना किसी भी तरह की राजनीति नहीं है। यह बात आप अपने नेताओं तक पहुंचा दीजिए। चाहे जो कर लें, न मैं डरूंगी, न मेरी मां डरेगी।"
