हाईटेक सिटी स्टेशन पर मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं... जल्द होगा लोकार्पण, स्टेशन पर नहीं थम रहा कुत्तों का आतंक
लखनऊ, अमृत विचार: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अगले 50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर शहर के सिटी स्टेशन का पुनर्विकास कराया जा रहा है, ताकि रेल यात्रियों के लिए सफर सुहाना हो सके। तकरीबन 90 फीसदी से अधिक काम पूरा होने के बाद रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट जैसा दिख रहा है। शहर के मध्य बन रहे इस स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। जल्द ही इसका लोकार्पण भी होने वाला है।
9.png)
दरअसल, भारतीय रेलवे ने लखनऊ के कई स्टेशनों का आधुनिकीकरण कराने का फैसला लिया था। जिसके तहत सिटी स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। इसके लिए 8 करोड़ 28 लाख का बजट जारी हुआ था। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के तहत नयी सुविधाओं के साथ ही पुरानी सुविधाओं को अपग्रेड किया जा रहा है। आने वाले दिनों में जल्द ही इसका लोकार्पण होगा।
8.png)
कराए गए काम
लखनऊ सिटी स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के सर्कुलेटिंग एरिया के विकास का कार्य पूरा हो चुका है। स्थानीय कला और संस्कृति को शामिल करते हुए स्टेशन का सुंदरीकरण किया गया है। पुनर्विकास में प्लेटफार्म सरफेस को अपग्रेड किया जा चुका है। स्टेशन में उन्नत लाइटिंग, कोच गाइडेंस सिस्टम, डिस्प्ले बोर्ड, डिजिटल घड़ियां, यात्री उद्घोषक प्रणाली, सोलर प्लांट, वाटर कूलर, एयर कंडीशनर, ग्लोसाइन बोर्ड (साइन एज), एलईडी स्टेशन समेत विभिन्न यात्री सुविधाओं से संबंधित कार्य पूर्ण बताए जा रहे हैं। इसके अलावा यहां पर स्थित यात्री प्रतीक्षालय व शौचालयों का आधुनिकीकरण भी हो चुका है।
10.png)
स्टेशन पर कुत्तों का आतंक
स्टेशन पर मौजूद कुत्तों का आतंक है। प्लेटफार्म हो या परिसर झुंड में यह दौड़ते नजर आते हैं। किसी भी यात्री को कब दौड़ा लें पता नहीं। इस ''आवारा आतंक'' से यात्रियों में खासतौर पर महिला यात्रियों में भय रहता है। साफ-सुथरे प्लेटफार्म पर कुत्तों का हुजूम धमाचौकड़ी करता दिखेगा। अधिकारी और यात्री इनसे खासे परेशान हैं।
8.png)
65 रेल गाड़ियां गुजरती है ''लखनऊ सिटी'' से
सिटी स्टेशन से रोजाना करीब 65 रेल गाड़ियां होकर गुजरती हैं, इनमें से 12 रेल का ठहराव स्टेशन पर होता है। स्टेशन के दोनो तरफ यात्रियों की सुविधा के लिए निकास द्वार का निर्माण हो चुका है, लेकिन अभी तक मेटल डिटेक्टर इंस्टाल नहीं हो सका है। हालांकि, यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ के जवान हमेशा मुस्तैद रहते हैं।
यह भी पढ़ेंः KGMU: जिम जाने वाले युवाओं में बढ़ रहा पीठ दर्द... Spine Conclave में विशेषज्ञों ने किया जागरूक
