Navratri 2025 Murti Visarjan: गड्ढों में होगा प्रतिमाओं का विसर्जन, नदियों के संरक्षण व प्रदूषण मुक्त रखने को जिला प्रशासन ने उठाया कदम, दिया निर्देश

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Published By Anjali Singh
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अयोध्या, अमृत विचार: दुर्गा पूजा महोत्सव के बाद प्रतिमाओं को विसर्जन नदियों में नहीं किया जाएगा। नदी तट या अन्य स्थानों पर गड्ढे खोदवा कर उसमें प्रतिमाओं का विसर्जन कराया जाएगा। इस आशय का निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है। बैठक में भी इसे निकाय के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ अन्य से भी इसे बताया गया।

दुर्गा पूजा महोत्सव पूरे जिले में चल रहा है। जगह-जगह प्रतिमाओं की स्थापना की गई है। प्रतिमाओं नवमी को महोत्सव का समापन होगा और विजय दशमी को प्रतिमाओं को विसर्जित निर्मलीकुंड में किया जाएगा। इसी के साथ जहां नदियां हैं वहां नदियों के पास विसर्जन किया जाएगा। अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने निर्देश दिया है कि प्रतिमाओं का विसर्जन नदियों में नहीं किया जाएगा। 

बल्कि नदियों के किनारे या फिर अन्यत्र गड्डा खोदकर उसमें विसर्जन कराया जाएगा। कहा कि कई साल पहले ही न्यायालय ने प्रतिमाओं को नदियों में विसर्जित किए जाने पर रोक लगा दी थी। निर्मलीकुंड में प्रतिमा विसर्जन की व्यवस्था नदी तट पर गड्ढे में की जाती है, लेकिन कई स्थान अब भी ऐसे बताए गए हैं जहां जल्दबाजी में प्रतिमाओं को नदी या सोरवर के पानी में ही विसर्जित करके लोग चले जाते हैं। इसलिए भी नए सिरे से यह निर्देश जारी किया है। जिससे एस पर नजर रखी जा सके।

नदियों में प्रतिमा विसर्जन से नदियों में प्रदूषण बढ़ता है। प्रतिमाओं में मिटट्टी के साथ ही कपड़े और लकड़ी का प्रयोग किया जाता है। यह कहीं-कईं एक स्थान पर एकत्र हो जाते हैं। इनकी सड़न से भी प्रदूषण बढ़ता है। कहा गया है नदिया जीवन रेखाएं हैं। इनका संरक्षण प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है।

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