जंगल में छिपा हो सकता तेंदुआ...वन विभाग की आशंका, सप्ताह निगरानी के लिए लगाएगा पिंजरा
लखनऊ, अमृत विचार: कैंट क्षेत्र में आठ दिन पहले देखे गए तेंदुए की अब कोई हलचल न होने से वन विभाग की चिंता को बढ़ गई है। एक बार ही पगचिह्न मिलने की पुष्टि हुई थी, उसके बाद तेंदुए की मौजूदगी का कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं मिला है। इससे तेंदुए के जंगल में छिपे होने और शिकार के लिए बस्ती में लौटने की आशंका है। डीएफओ सितांशु पाण्डेय ने बताया कि एक हफ्ते में तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिला है। विभाग ये मानकर चल रहा है कि तेंदुआ जंगल में छिपा हो सकता है। वह शिकार की तलाश में दोबारा रिहायशी क्षेत्रों की ओर आ सकता है। विभाग एक और सप्ताह तक निगरानी के लिए पिंजरा लगाएगा।
कोशिश की जाएगी कि पिंजरा ऐसे स्थान पर लगाया जाए, जहां तेंदुआ आसानी से आकर फंस सके। साथ ही, यह रणनीति लोगों में व्याप्त डर को कम करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। इसके अलावा वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को तेंदुए की मौजूदगी का कोई संकेत पगचिह्न, आवाज़ या कोई अन्य गतिविधि मिले, तो तत्काल सूचना दें। विभाग की ओर से उठाए जा रहे कदमों के पीछे कैंट से लेकर रूचि खंड और आशियाना तक फैले हुए डर को जल्द खत्म किया जा सके और लोगों को सुरक्षित महसूस कराया जाए।
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