ईरानी सिनेमा की महिला सुपर स्टार Golshifteh Farahani
मैं ईरानी सिनेमा का शौकीन हूं और शायद मैं ही नहीं विश्व सिनेमा का हर संजीदा दर्शक ईरानी फिल्मों का दीवाना होता है। इन फिल्मों का स्तर अंतर्राष्ट्रीय होता है। माजिद मजीद और दारिश मेहरजुई जैसे ख्यातनाम निर्देशक विश्व फलक पर ईरानी सिनेमा को रचकर अमर हैं। ईरानी सिनेमा की प्रख्यात अभिनेत्री और महिला सुपर स्टार ‘गोलशिफतेही फरहानी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है और नेटफ्लिक्स पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फिल्म एक्सट्रैक्शन में भी काम किया है। इन्हें महज 14 साल की उम्र में नामी निर्देशक दारिश मेहरजुई की फिल्म की ‘द पीयर ट्री’ में मुख्य भूमिका के लिए चुना गया है। इस भूमिका के लिए गोलशिफतेही को तेहरान में 16 वें ‘फज्र इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ के अंतर्राष्ट्रीय खंड से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के ‘क्रिस्टल रॉक’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उनकी अभिनीत फिल्म ‘अबाउट अली’ (निर्देशक असगर फरहानी) ने ट्रिबेका फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म का व बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सिल्वर बीयर का अवार्ड जीता। यह इनकी ईरान में प्रदर्शित आखिरी फिल्म थी। बाद में वे लियोनार्डो डिकैप्रियो के साथ फिल्म ‘बॉडी ऑफ लाइज’ में मुख्य भूमिका में आई। इसमें इनके बिना हिजाब के होने के कारण उन्हें 2009 से ईरान में वापस लौटने और काम करने पर विवाद के चलते वे पैरिस में बस गई। कालांतर में उन्हें फ्रांस में सीजर अवार्ड्स में ‘द पेशेंस स्टोन’ के लिए ‘मोस्ट प्रॉमिसिंग एक्ट्रेस’ के अवार्ड के लिए भी नामांकित किया गया।
2017 में आई एक फंतासी फिल्म ‘पायरेट्स ऑफ द कैरिबियन’ में वे एक समुद्री चुड़ैल शांसा की भूमिका में दिखाई दीं, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया। 2020 में वे नेटफ्लिक्स पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली एक्शन फिल्म ‘एक्सट्रैक्शन’ में इन्होंने अविस्मरणीय निक खान का किरदार निभाया। 2023 के बर्लिन फिल्म फेस्ट में इन्हें मुख्य समापन जूरी के सदस्य के रूप में भी चुना गया। फरहानी न केवल पर्यावरण समर्थक है, बल्कि ईरान की तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम की भी संवाहक है। प्रसिद्ध ब्रिटिश रॉक बैंड ‘कोल्डप्ले’ ने ‘स्फेयर्स वर्ल्ड टूर’ में फरहानी को आमंत्रित किया था, जिसके लैटिन अमेरिका प्रदर्शन के दौरान दो रात केवल लाइव इवेंट सिनेमा स्पेशल के हिस्से के रूप में कॉन्सर्ट को 70 से अधिक देशों में 3,500 से अधिक सिनेमाघरों में लाइव प्रसारित किया गया था, जो कि एक अपने आप में एक इतिहास है।
जुलाई 1983 में तेहरान के एक थिएटर निर्देशक और अभिनेता और स्टेज अभिनेत्री फहीमेह रहीमिनिया के घर जन्मी गोलशिफतेही का नाम उनके पिता ने रखा था, जिसके मायने होते है ‘प्यार करने वाला फूल’, जबकि उनका कानूनी नाम राहवार्ड है। उन्होंने पांच साल की उम्र में संगीत और पियानो का अध्ययन शुरू किया और बाद में तेहरान के एक संगीत विद्यालय में प्रवेश लिया लेकर विधिवत ईरानी संगीत की तालीम ली। लगभग 53 से अधिक फिल्मों में काम कर चुकी गोलशिफतेही फरहानी को अनेक अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा गया है। 2017 में वे पैरिस से ईबीसा (पुर्तगाल के नजदीक) रहने चली गई, जहां वे आज भी संगीत और सिनेमा के लिए कार्यरत हैं।
-अरविंद सिंह आशिया, लेखक
