Panch Parva 2025: दिवाली, भाईदूज...आज से पंच दिवसीय त्योहारों का शुभ संयोग, पूजन विधि व मुहूर्त, जाने हर दिन क्यों है खास 

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचारः दीपावली पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। चन्द्रमा कन्या राशि में हस्त नक्षत्र, शुक्र और चन्द्रमा कन्या राशि में,गुरु उच्च राशि कर्क में स्थित यह संयोग अत्यंत शुभ व धन-समृद्धि प्रदायक माने गए हैं।

दीपावली पूजन विधि और उपाय: सायंकाल शुभ लग्न में भगवान गणेश, माता लक्ष्मी व कुबेर का पूजन करें। स्थापना के लिए शुभ वस्तुएः दक्षिणावर्ती शंख,श्री यंत्र, गोमती चक्र, हल्दी की गांठ, सफेद कोड़ियां, लघु नारियल (श्रीफल), ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि पाठ और मंत्र धनवृद्धि के लिए लक्ष्मी कुबेर मंत्र, लक्ष्मी श्रीसूक्त, कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

लक्ष्मी पूजन- शुभ मुहूर्त

सर्वोत्तम काल

वृषभ लग्न सायं 07:08 बजे – 09:03 बजे घर में लक्ष्मी पूजन शुभ समय

महानिशिथ काल रात्रि 11:26 बजे – 12:16 बजे

काली पूजा एवं तंत्र साधना श्रेष्ठ

सिंह लग्न-रात्रि 01:26 बजे – 03:41 बजे (21 अक्टूबर) साधना व सिद्धि के लिए उपयोगी

गोवर्धन पूजा - बुधवार को प्रातः श्रीकृष्ण, गायों व बैलों का पूजन करें। विविध पकवानों का भोग लगाएं। राजा बलि व भगवान विष्णु का पूजन करें।

समय विवरण

प्रातः 06:10 – 08:26 गोवर्धन पूजा श्रेष्ठ मुहूर्त

संध्या 03:15 – 05:31 अन्नकूट शुभ समय

भाई दूज व चित्रगुप्त पूजन - 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार)

विशेष महत्व: भाई दूज भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है। इसके साथ ही चित्रगुप्त पूजन भी इसी दिन है। कायस्थ समाज की ओर से कुलदेवता पूजन किया जाता है।

धार्मिक परंपराएं: बहन द्वारा भाई को तिलक कर, भोजन कराना, भाई द्वारा उपहार दिया जाना।

भाई दूज तिलक मुहूर्तः दोपहर 01:13 बजे – 03:28 बजे तक

तिथि विवरण (संक्षेप में):

पर्व तिथि विशेषता

दीपावली 20 अक्टूबर लक्ष्मी पूजन, महाकाली पूजन

गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर अन्नकूट महोत्सव, श्रीकृष्ण पूजन

भाई दूज / चित्रगुप्त पूजन 23 अक्टूबर तिलक, भाई-बहन पर्व, कायस्थ पूजन- वृषभ और सिंह लग्न को पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

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