100 करोड़ का नीट घोटाला: एक हजार से अधिक लोगों से की ठगी, पास कराने के नाम पर विदेश तक फैला था गैंग
लखनऊ, अमृत विचार: नीट (यूजी-पीजी) में दाखिला और पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना अभिनव शर्मा उर्फ प्रेम प्रकाश विद्यार्थी के बारे में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पुलिस के मुताबिक, अभिनव ने 10–20 नहीं बल्कि एक हजार से अधिक लोगों से ठगी की है। डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने बताया कि पुलिस अब उसकी काली कमाई और संपत्तियों का हिसाब तैयार कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी जुटा रही है।
जानकारी मिली है कि अभिनव कई प्रदेशों की जेलों में बंद रहा और जेल में ही सैकड़ों लोग उससे मिलने आते थे। साइबर क्राइम थाने ने पटना, गौतमबुद्धनगर, नैनी समेत अन्य जेलों से मुलाकातियों का ब्यौरा मांगा है। वर्ष 2024 में पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद वह विदेश में रहा और वहां से भी ठगी करता रहा।
डीसीपी क्राइम ने बताया कि प्रेम प्रकाश नीट यूजी दाखिला के लिए एक करोड़ और पीजी के लिए चार करोड़ रुपये लेता था। जब पीड़ित उसकी असलियत जान जाता, तो वह कोर्ट के जरिए समझौते का शपथपत्र दिलवा लेता और 10–20 लाख रुपये किस्तों में लेकर मुकर जाता।
इंस्पेक्टर साइबर थाना बृजेश कुमार यादव के मुताबिक, फरारी के दौरान प्रेम प्रकाश थाईलैंड, स्विटजरलैंड, सिंगापुर समेत अन्य देशों में मीटिंग करके गिरोह के साथ योजना बनाता था। दिल्ली में स्टडी पॉथवे कंसल्टेंसी का ऑफिस खोलने की तैयारी भी चल रही थी, लेकिन गिरफ्तारी के कारण यह नहीं हो पाया। वर्ष 2011 से गिरोह चला रहे अभिनव के खिलाफ दिल्ली, बिहार, गुजरात, लखनऊ, गोरखपुर, नोएडा, बिजनौर, सहारनपुर और प्रयागराज में 18 मामले दर्ज हैं।
पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि जेल में रहने के दौरान अभिनव ने पिता के नाम पर कई संपत्तियां रजिस्टर्ड करवाई हैं। औरंगाबाद, वाराणसी, बलिया समेत अन्य स्थानों पर करोड़ों रुपये की संपत्तियों की पहचान की जा रही है। डीसीपी क्राइम ने बताया कि संपत्तियों का ब्योरा जुटाने के बाद उन्हें कुर्क किया जाएगा।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि अभिनव के मददगार थाईलैंड और दुबई में भी बैठे हैं। हर महीने वह थाईलैंड की यात्रा करता और दुबई के दो नंबरों से भी लगातार संपर्क में था। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ये लोग कौन थे और किस प्रकार मदद कर रहे थे।
