बाराबंकी की पूजा पाल को मिलेगा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, गाइड शिक्षक राजीव श्रीवास्तव और पूजा का परिवार खुशी से गदगद
बाराबंकी, अमृत विचार। जनपद के एक छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराने वाली बाल वैज्ञानिक पूजा पाल को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 26 दिसंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार उसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी विजेताओं में शामिल पूजा पाल से बातचीत करेंगे। गाइड शिक्षक राजीव श्रीवास्तव के साथ पूजा पाल आज सुबह हवाई जहाज से दिल्ले के लिये रवाना होंगे।सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र के डलई पुरवा गांव की निवासी पूजा पाल ने किसानों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए धूल रहित थ्रेसर का अभिनव मॉडल तैयार किया।
यह मॉडल फसल की मड़ाई के दौरान उड़ने वाली धूल को नियंत्रित करता है, जिससे किसानों को सांस संबंधी बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है। पूजा ने यह मॉडल अपने गाइड शिक्षक राजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में उस समय बनाया था, जब वह उच्च प्राथमिक विद्यालय अगेहरा में कक्षा आठ की छात्रा थीं। वर्तमान में पूजा फतेहचंद जगदीश राय इंटर कॉलेज सफदरगंज में कक्षा 12 की छात्रा हैं। उनका यह इनोवेशन इंस्पायर अवार्ड के तहत पहले जिला, फिर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुआ।
राष्ट्रीय स्तर पर देशभर से चुने गए 60 बच्चों में पूजा को बाल वैज्ञानिक के रूप में चयनित किया गया। इसके बाद आइरिस नेशनल फेयर में भी उन्होंने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। भारत सरकार ने सकूरा प्रोग्राम के तहत जून माह में पूजा को एक सप्ताह के शैक्षणिक भ्रमण पर जापान भेजा, जहां उन्होंने अपने मॉडल को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया। अब प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चयनित होकर पूजा पाल न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी हैं।
सीमित संसाधनों में पूजा ने रचा इतिहास
पूजा के पिता पुत्तीलाल मजदूरी करते हैं, जबकि उनकी मां सुनीला देवी सरकारी स्कूल में रसोईया हैं। सीमित संसाधनों और आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद पूजा ने अपने सपनों को साकार किया। परिवार वर्तमान में छप्परनुमा मकान में रहता है, हालांकि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब उन्हें पक्का मकान स्वीकृत हो चुका है। पांच भाई-बहनों के साथ रहने वाली पूजा ने मेहनत और लगन के बल पर अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूजा पाल को मिशन शक्ति का रोल मॉडल भी बनाया है।
पूजा की उपलब्धियां
1-5 दिसंबर 2022 मंडल स्तरीय इंस्पायर अवार्ड के लिये चयनित
2-25 दिसंबर 2022 राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड के लिये चयनित
3-11 अक्टूबर 2023 राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड के लिये चयनित, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने दिया अवार्ड
4-30 जनवरी 2024 को IRIS NATIONAL FAIR में दिल्ला में स्थान प्राप्त किया
4-14 जून से 21 जून 2025 तक जापान की शैक्षणिक यात्रा की
मेहनत, लगन और सही दिशा में सोच हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिये चयनित होकर वह अपने आप को गौरान्वित महसूस कर रही हूं...पूजा पाल, बाल वैज्ञानिक।
किसी शिक्षक के लिये इससे अधिक सुखद क्षण नहीं हो सकता कि उनकी पढ़ाई छात्रा इस मुकाम तक पहुंची। पूजा ने अपने मॉडल के दम पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार तक का सफर तय किया है... राजीव श्रीवास्तव, पूजा के गाइड शिक्षक।
केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद बाल वैज्ञानिक पूजा पाल को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया जाएगा। पूजा और उनके गाइड शिक्षक राजीव श्रीवास्तव ने एक बार फिर जनपद का गौरव बढ़ाया है... शशांक त्रिपाठी, जिलाधिकारी।
