बरेली: कुतुबखाना ओवरब्रिज के विरोध में बाजार बंद, प्रदर्शन

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अमृत विचार, बरेली। कुतुबखाना ओवरब्रिज के विरोध में व्यापारियों ने बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया है। शनिवार को व्यापारियों ने शहर के प्रमुख थोक व फुटकर बाजार बंद रखे। व्यापारियों ने पंजाबी मार्केट में टेंट लगाकर धरना दिया। मंडलायुक्त और नगर निगम के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कोतवाली रोड पर काफी देर तक प्रदर्शन किया। …

अमृत विचार, बरेली। कुतुबखाना ओवरब्रिज के विरोध में व्यापारियों ने बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया है। शनिवार को व्यापारियों ने शहर के प्रमुख थोक व फुटकर बाजार बंद रखे। व्यापारियों ने पंजाबी मार्केट में टेंट लगाकर धरना दिया। मंडलायुक्त और नगर निगम के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कोतवाली रोड पर काफी देर तक प्रदर्शन किया।

व्यापारिक संगठनों का कहना है कि ओवरब्रिज निर्माण से शहर का सबसे पुराने बाजार का वजूद खत्म हो जाएगा। जिला प्रशासन चाहे तो अंडरपास बनवाकर जाम की समस्या का हल निकाल सकता है लेकिन कई अधिकारी व्यापारियों को अनसुना कर नुकसान पहुंचाने की कोशिश में लगे हैं। व्यापारी ऐसा नहीं होने देंगे। किसी कीमत पर कुतुबखाना चौराहे पर ओवरब्रिज मंजूर नहीं है। इसके बाद सैकड़ों व्यापारी जुलूस के रूप में प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार से मिलने उनके भारत सेवा ट्रस्ट कार्यालय पहुंचे।

व्यापारियों ने केंद्रीय मंत्री को अपनी पीड़ा सुनाते हुए ज्ञापन दिया। एक आवाज में व्यापारियों ने कहा कि व्यापारी कुतुबखाना में अंडरपास की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रशासनिक अधिकारी जबरन ओवरब्रिज बनाने पर तुले हैं। सरकार उनके हितों का ख्याल रखती है, इसलिए व्यापार शुरू करने के लिए कई योजनाओं से ऋ ण भी मुहैया करा रही है लेकिन प्रशासन व्यापार खत्म करने पर आमादा है। व्यापारी नदीम शमसी ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि नगर निगम को पहले ही बता चुके हैं कि कुतुबखाना चौराहे पर ओवरब्रिज की आवश्यकता नहीं है। व्यापारियों ने ओवरब्रिज का निर्माण शुरू कराने पर आमरण अनशन और भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है। यह भी कहा कि रोजी-रोटी बचाने के लिए जरूरत पड़ेगी तो एक लाख व्यापारी इच्छा मृत्यु मांगने का रास्ता भी अपनाएंगे।

ये बाजार पूरी तरह बंद रहे
कुतुबखाना ओवरब्रिज के विरोध में शनिवार को कोतवाली से लेकर कुतुबखाना चौराहे तक, इंदिरा मार्केट, बिहारीपुर रोड, कुतुबखाना सब्जी मंडी, चौक, किला रोड पर आधा बड़ा बाजार मार्ग, सराय वाली रोड, कुतुबखाना चौराहे से लेकर कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप तक दोनों ओर की दुकानें पूर्णता बंद रखी गईं। कुतुबखाना चौराहे के पास गलियों की दुकानें भी बंद रहीं। कुमार टाकीज के पीछे रेडीमेड गारमेंट बाजार बंद रहा।

पूर्व सांसद प्रवीण ऐरन, पूर्व मेयर व महानगर कांग्रेस अध्यक्ष ने दिया समर्थन
कुतुबखाना ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर व्यापारी पंजाबी मार्केट में धरना दे रहे थे। इसी बीच दोपहर करीब 2 बजे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन, पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन और महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय शुक्ला व्यापारियों को समर्थन देने पंजाबी मार्केट पहुंचे। पूर्व सांसद ने व्यापारियों से कहा कि हम आपके साथ हैं। व्यापारियों का कोई नुकसान होने नहीं दिया जाएगा। अजय शुक्ला ने कहा कि उद्योग और व्यापार साथ-साथ चलते हैं। पूरी कांग्रेस की तरफ से व्यापारियों को समर्थन है। उनके हितों की सुरक्षा को लेकर संघर्ष करने को तैयार हैं। इस दौरान व्यापारियों ने पूर्व सांसद के समक्ष ज्ञापन पढ़कर अपनी दिक्कतें बताईं।

केंद्रीय मंत्री बोले-व्यापारियों ने अपनी बात रखी, जल्द निष्कर्ष निकालेंगे
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मीडिया को बताया कि ओवरब्रिज निर्माण न होने के संबंध में व्यापारी मिलने आए। उनका ज्ञापन लिया है। उनकी भावनाओं से नगर विधायक और मेयर को अवगत कराएंगे। व्यापारियों ने अंडरपास की मांग की है। बीच का निष्कर्ष निकाला जाएगा।

कुतुबखाना पर ओवरब्रिज मतलब हमारी बर्बादी
कोरोना काल की वजह से बाजार में मंदी है। कुतुबखाना ओवरब्रिज बनने से व्यापार तो चौपट होगा ही। साथ में कारोबार चौपट होने से रोजी रोटी के लाले पड़ जाएंगे। लगभग छह महीने बाजार पूरी तरह से बंद रहा। ऐसे में बैंक से लिया लोन तक व्यापारी नहीं चुका पाएंगे। -राजीव गांधी, व्यापारी

व्यापारियों का विकास नहीं विनाश कैसे हो, इस तरफ अफसरों का ध्यान है। कुतुबखाना ओवरब्रिज बनने से व्यापारी बुरी तरह उजड़ जाएंगे, उसके पास आगे रोजगार का कोई साधान नहीं रहेगा। प्रशासन को चाहिए कि व्यापारियों का हित देखते हुए अंडरपास बनाएं। -राकेश साहनी, व्यापारी

बरेली शहर के मुख्य बाजार की पहचान है कुतुबखाना। ओवरब्रिज बना तो शहर की पहचान मिट जाएगी। व्यापारी तबाह हो जाएगा। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त की जाएं ताकि समस्या का समाधान हो सके। -अरविंदर सिंह, व्यापारी

कुतुबखाना ओवरब्रिज के निर्माण की जगह बाजार में अवैध कब्जे हटवाकर और यातायात नियमों को सख्ती से लागू कर समस्या का समाधान किया जा सकता है लेकिन जिला प्रशासन व्यापारियों की बर्बादी ही सोच रहा है। ओवरब्रिज के निर्माण से हम तबाह हो जाएंगे। -सोनू, व्यापारी

जनप्रतिनिधि व्यापारियों की बात सुनने को तैयार हैं लेकिन जिला प्रशासन ओवरब्रिज का निर्माण कराने की जिद पर अड़ा है। यातायात व्यवस्था ठीक करने के लिए और रास्ते निकाले जा सकते हैं, लेकिन उन पर विचार तक नहीं किया जा रहा है। -मनीष मलिक, व्यापारी

कुतुबखाना ओवरब्रिज बनने से आमजन को भी काफी असुविधा होगी। कोतवाली रोड पर जिला अस्पताल भी है। निर्माण शुरू होता है तो यातायात व्यवस्था बेपटरी होने से एंबुलेंस निकलने में दिक्कत होगी, लेकिन जिला प्रशासन कुछ सुनने को तैयार नहीं है। -केपी गंगवार, व्यापारी

जिला प्रशासन चाहे तो अंडरपास बनवाकर अपनी समस्या का हल निकाल सकता है, लेकिन ऐसा नहीं करके व्यापारियों को बर्बाद करने की ठान ली है। जब तक ओवरब्रिज का प्रस्ताव निरस्त नहीं होगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगी। -दर्शन लाल भाटिया

जनप्रतिनिधियों को व्यापारी कई बार अवगत करा चुके हैं कि जिला प्रशासन व्यापार खत्म कर व्यापारियों को बर्बाद करने पर तुला है। ओवरब्रिज का निर्माण केवल कमिश्नर की जिद है। जाम से मुक्ति दिलाने की बात है तो ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त कर भी समस्या खत्म हो सकती है। -गुलशन, व्यापारी

कुतुबखाना में अंडरपास बनाने का प्रस्ताव रखा था। सभी व्यापारी भी इस पक्ष में हैं कि अंडरपास का निर्माण कर दिया जाए लेकिन कमिश्नर ओवरब्रिज बनाकर व्यापारियों को बर्बाद करना चाहते हैं। किसी भी हाल में ओवरब्रिज का निर्माण नहीं होने देंगे। -आशीष कुदेशिया , व्यापारी

व्यापारी हित को देखते हुए जिला प्रशासन को हर कीमत पर व्यापारियों की मांगें माननी होंगी। कारोबारी लाकउाउन की वजह से पूरी तरह बर्बाद हो चुका है। यदि ओवरब्रिज का निर्माण होता है तो दो साल तक व्यापार पूरी तरह चौपट रहेगा। आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी। -संजय मेहरोत्रा, व्यापारी

ओवरब्रिज न बनाए जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री को ज्ञापन दिया है। आमरण अनशन और भूख हड़ताल की चेतावनी देने के साथ यह भी स्पष्ट कर दिया है कि व्यापार हित में कदम नहीं उठाने वाले जनप्रतिनिधियों का साथ नहीं दिया जाएगा। शाम को सर्किट हाउस में हुई बैठक में व्यापारियों को बुलाया गया।

केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, नगर विधायक डा. अरुण कुमार, मेयर डा. उमेश गौतम व सेतु निगम के अधिकारियों की मौजूदगी में व्यापारियों की मांग पर दो प्रस्ताव पर रखे गए। इसमें 75 पिलर का पुल और अंडरपास। व्यापारियों ने अंडरपास बनाये जाने पर सहमति दी है। पुल किसी भी कीमत पर नहीं बनने दिया जाएगा। -शोभित सक्सेना, व्यापारी नेता

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