बरेली: माटीकला से जुड़े लोगों की कलाकृतियों को खूब मिली वाहवाही

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बरेली, अमृत विचार। मिट्टी के बर्तन और कलाकृतियों को बढ़ावा देने के लिए गठित माटीकला बोर्ड विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए इस कौशल से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करने वाली तमाम गतिविधियां करा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र में बोर्ड के तत्वावधान में मंडलीय माटीकला प्रदर्शनी का आयोजन …

बरेली, अमृत विचार। मिट्टी के बर्तन और कलाकृतियों को बढ़ावा देने के लिए गठित माटीकला बोर्ड विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए इस कौशल से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करने वाली तमाम गतिविधियां करा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र में बोर्ड के तत्वावधान में मंडलीय माटीकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें मंडल के सभी जिलों से आए माटीकला से जुड़े लोगों की कलाकृतियों की न केवल प्रदर्शनी लगाई गईं, बल्कि उन्हें पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन भी किया गया।

प्रदर्शनी में मंडल के सभी जिलों से 20 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। मिट्टी से बने इनके एक से बढ़कर एक उत्पादों की सुंदर प्रदर्शनी लगाई गई। जिसकी खूब सराहना हुई। प्रदर्शनी में करीगरों को पुरस्कार देने के लिए पुरस्कार चयन समिति में डॉ. ऋ षिपाल प्रजापति, दीपक प्रजापति और विवेकानंद प्रजापति शामिल थे।

कार्यक्रम में वर्ष 2019-20 के लिए प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार क्रमश: शाहजहांपुर के उमाशंकर, बरेली के महेश कुमार व पीलीभीत के सत्यदेव को दिया गया। जबकि वर्ष 2020-21 के लिए पीलीभीत के सर्वेश को पहला, शाहजहांपुर के आशाराम को दूसरा और बदायूं के मुकेश कुमार को तीसरा पुरस्कार दिया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर संयुक्त आयुक्त उद्योग ऋ षि रंजन गोयल के द्वारा माटीकला उद्योग से जुड़े कारीगरों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर परिक्षेत्रीय व जिला ग्रामोद्याग अधिकारी अजय कुमार अग्रवाल के साथ मंडल के दूसरे जिलों के भी जिला ग्रामोद्योग अधिकारी भी मौजूद रहे।

कुम्हारों और माटी कला से जुड़े लोगों को मिल रही कई सुविधाएं
परिक्षेत्रीय व जिला ग्रामोद्याग अधिकारी अजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सरकार माटीकला को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाएं और आर्थिक मदद मुहैया करा रही हैं। चयनित लोगों को हर साल बिजली चालित चाक का वितरण किया जा रहा है। पिछले साल 20 लोगों को ये चाक दिए गए थे। इस साल भी 30 लोगों का चयन हुआ है। मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के माध्यम से माटी कारीगरों को सस्ता लोन देने के साथ सब्सिडी देने की योजना भी चलाई जा रही है।

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