बरेली: पूर्व सांसद राजवीर सिंह पंचतत्व में विलीन, नम आंखों से विदाई

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बरेली, अमृत विचार। आंवला लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे राजवीर सिंह गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बेटे धीरेंद्र वीर सिंह ने मुखाग्नि दी। पूर्व सांसद का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद नोएडा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। देर शाम उनका पार्थिव शरीर सिविल लाइंस स्थित …

बरेली, अमृत विचार। आंवला लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे राजवीर सिंह गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बेटे धीरेंद्र वीर सिंह ने मुखाग्नि दी। पूर्व सांसद का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद नोएडा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। देर शाम उनका पार्थिव शरीर सिविल लाइंस स्थित संजय कम्युनिटी हॉल के सामने वृंदावन कॉलोनी में आवास पर लाया गया था। गुरुवार को सरकारी एबुंलेंस से अंत्येष्टि के लिए शव रामगंगा तट ले जाया गया। यहां अंतिम संस्कार सुबह 11.30 बजे के करीब हुआ।

राज्यमंत्री छत्रपाल गंगवार, पूर्व सांसद सर्वराज सिंह, वीरपाल सिंह यादव, प्रशांत पटेल, आंवला विधायक धर्मपाल सिंह, सपा नेता पवन सक्सेना, सूरज यादव, सुरेश यादव, डॉ आरके गुप्ता, भाजपा नेता आदेश प्रताप सिंह, केशव गुप्ता, प्रवेश शर्मा, संजीव यादव, महेंद्र यादव, दीपक शर्मा, आलोक खरे, मुकेश मेहरोत्रा, राजेश अग्रवाल, रागिनी अग्रवाल, रवि रस्तोगी, शुभलेश यादव, चंद्रसेन सागर, नरेंद्र प्रताप मुखर्जी, इंजीनियर एके सिंह, प्रवीण सिंह ऐरन सहित बड़ी संख्या में नेता आदि शामिल हुए।

राजकीय सम्मान से नहीं हुआ अंतिम संस्कार, शासन तक पहुंचेगा मामला
लोकतंत्र रक्षक सेनानियों ने पूर्व सांसद राजवीर सिंह की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि नहीं किए जाने पर कड़ी निंदा की है। लोकतंत्र सेनानी वीरेंद्र अटल ने बताया कि पूर्व सांसद की मृत्यु की सूचना डीएम और एडीएम सिटी को व्हाट्सएप पर दी थी। वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रकाशित सरकारी गजट में भी प्रावधान किया गया है कि लोकतंत्र सेनानी की मृत्यु की दशा में उसकी अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी, लेकिन रामगंगा घाट पर अंत्येष्टि के समय उनको राजकीय सम्मान नहीं दिया गया।

चेतावनी देते हुए कहा कि बरेली के डीएम और एडीएम सिटी को 1 दिन पूर्व सूचना देने के बाद भी लापरवाही बरती गई जो उचित नहीं है। अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। यह मामला शासन स्तर तक पहुंचाया जाएगा। लोकतंत्र सेनानी राजेंद्र बहादुर चौधरी, सतीश शर्मा, शिशुपाल सिंह, सुमंत महेश्वरी, विनोद गुप्ता आदि ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए राम गंगा घाट पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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