शाहजहांपुर: 110 में से 86 बसें चुनाव ड्यूटी पर, प्राइवेट बस मालिकों की मनमानी शुरू
शाहजहांपुर,अमृत विचार। चुनाव ड्यूटी में रोडवेज की अधिकांश बसें चली गई हैं। इससे प्राइवेट बस मालिकों की मनमानी शुरू हो गई है। रोडवेज बस अड्डे के सामने ही प्राइवेट बसें सवारियां भरने लगी हैं। रोडवेज बस अड्डे के ठीक सामने लखनऊ और दिल्ली की सवारियां प्राइवेट बस चालक धड़ल्ले से भर रहे हैं। दुकानदारों का …
शाहजहांपुर,अमृत विचार। चुनाव ड्यूटी में रोडवेज की अधिकांश बसें चली गई हैं। इससे प्राइवेट बस मालिकों की मनमानी शुरू हो गई है। रोडवेज बस अड्डे के सामने ही प्राइवेट बसें सवारियां भरने लगी हैं। रोडवेज बस अड्डे के ठीक सामने लखनऊ और दिल्ली की सवारियां प्राइवेट बस चालक धड़ल्ले से भर रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि पुलिस और एआरटीओ विभाग की मिलीभगत के कारण कोई प्राइवेट बस चालकों से कुछ भी नहीं कहना चाहता।
शाहजहांपुर डिपो में निगम की 110 बसें हैं, जबकि जरूरत को देखते हुए 70 बसें अनुबंधित लगाई गई हैं। पहले और दूसरे चरण में निगम की 51 बसें चुनाव ड्यूटी पर भेजी गईं थीं। अब 35 बसें निगम की और 35 बसें अनुबंधित और लगा दी गई हैं। 86 बसें ड्यूटी पर, जबकि करीब 14 बसें खराब रहती हैं। इस तरह यहां का डिपो निगम की दस बसों और अनुबंधित 35 बसों के सहारे संचालित होगा। लंबे रूट की सभी बसें ड्यूटी पर होने के कारण प्राइवेट बस संचालक मनमानी पर उतारू हो गए हैं।
प्राइवेट बस संचालक इतना बेखौफ हैं कि रोडवेज बस अड्डे से ही सवारियां भर रहे हैं। प्राइवेट बस संचालकों की मनमानी से जहां जाम लगता है, वहीं स्थानीय दुकानदार भी परेशान रहते हैं। शाहजहांपुर से रोजाना दिल्ली और लखनऊ के लिए 150 से अधिक बसें रवाना होती हैं। दोपहर बाद से ही रोडवेज बसअड्डे के सामने प्राइवेट बसें खड़ी कर दी जाती हैं और पुकार लगाकर यात्रियों को भरते हैं।
कई बार यह बसें रोडवेज के अंदर से मोड़कर सवारियों को लेते हुए रवाना हो जाती हैं। कई बार रोडवेज के चालकों और परिचालकों ने इसका विरोध किया तो मारपीट तक की नौबत आ गई, लेकिन परिवहन निगम के अधिकारियों और पुलिस की चुप्पी के कारण अब इसका विरोध होना भी बंद हो गया है।
बसें कम होने से परेशान हो रहे यात्री
चुनाव ड्यूटी में बसें रवाना होने के कारण यात्री दिनभर परेशान होते हैं। डग्गामार वाहन चालक भूसे की तरह सवारियां भरकर मनामाना किराया वसूल रहे हैं। वहीं यात्रियों की संख्या अधिक होने की वजह से डग्गामार वाहन भी कम पड़ जा रहे हैं, जिससे पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग घंटों वाहन के इंतजार में परेशान रहते हैं।
चुनाव ड्यूटी में बसे न देने पर जयपुरिया स्कूल पर रिपोर्ट
चुनाव ड्यूटी में बसों के अधिग्रहण आदेश का तामीला लेने से इनकार करने पर एआरटीओ प्रवर्तन एसबी पांडेय ने जयपुरिया स्कूल के प्रधानाचार्य और स्टाफ पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज करा दी है। एआरटीओ प्रवर्तन एसबी पांडेय ने तहरीर में बताया है कि परिवहन आयुक्त ने जिले से 100 बसें 18 फरवरी की प्रात: 10 बजे तक फर्रुखाबाद और 21 फरवरी को सीतापुर भेजने का निर्देश मिला है।
जिले में वाहनों की कमी के कारण स्कूलों से बसों का अधिग्रहण करने के लिए पत्र भेजा गया, लेकिन प्रधानाचार्य और स्टाफ ने बसों के अधिग्रहण आदेश का पत्र लेने से इनकार कर दिया गया। इस पर एआरटीओं ने स्कूल के प्रधानाचार्य और स्टाफ पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
रोडवेज के सामने जाम न लगे, इसलिए ट्रैफिक सिपाहियों को तैनात किया गया है, फिर भी समस्या है तो यह गंभीर मामला है। इसे चेक कराया जाएगा और जाम की समस्या का समाधान किया जाएगा।- एस. आनंद, एसपी
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