बरेली:आईटी पार्क एक और कदम आगे बढ़ा, समझौता दस्तावेज साइन
यूपी इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन व इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी के बीच एमओयू, तीन दिन में एसटीपीआई को भूमि हस्तांतरित की डीड मिलने की प्रक्रिया हो जाएगी पूरी
बरेली, अमृत विचार। बरेली शहर औद्योगिक दृष्टिकोण से मजबूत हो रहा है। परसाखेड़ा, सीबीगंज, मेगा फूड पार्क क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ होटल व्यवसाय में भी बरेली विकसित हो रही है। इससे आने वाले समय में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र का प्रसार बढ़ेगा। युवाओं को नौकरियां मिलेंगी और उद्यमियों को नोएडा, बेंगलुरू समेत अन्य आईटी शहरों की तरफ आईटी विशेषज्ञ की जरूरत पड़ने पर दौड़ भाग कम करनी पड़ेगी।
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बंद पड़ी आईटीआर फैक्ट्री परिसर में प्रस्तावित आईटी पार्क एक और कदम आगे बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में एमओयू (समझौता दस्तावेज) साइन हो गया है। इससे आईटी पार्क का निर्माण होने पर पक्की मुहर लग गई है।
दो से तीन दिन में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन प्रस्तावित भूमि हस्तांतरित होने की प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी। भूमि हस्तांतरित की डीड बनने के बाद आईटी पार्क के निर्माण की दिशा में कंपनी चयन प्रक्रिया के लिए निविदा निकालने की कार्रवाई शुरू होगी। करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से आईटी पार्क बनना है।
राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी प्राेजेक्ट में बरेली का आईटी पार्क भी शामिल है इसलिए इसके निर्माण के लिए प्रक्रियाएं पूरी कराने में तीन माह में काफी तेजी आई है। एसटीपीआई के संयुक्त निदेशक डा. प्रवीण त्रिवेदी ने बताया कि एमओयू साइन के बाद करीब तीन दिन में भूमि हस्तांतरित की डीडी भी मिल जाएगी। जल्द निर्माण शुरू कराने के लिए औपचारिकताएं पूरी कराई जा रही हैं। जनवरी में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद जताई है।
आईटीआर फैक्ट्री परिसर में 8000 वर्ग मीटर भूमि में बनेगा पार्क: सीबीगंज स्थित दि इंडियन टर्पेन्टाइन एंड रोजिन कंपनी लिमिटेड (आईटीआर) के बंगला नंबर 10 की करीब 8000 वर्ग मीटर भूमि पर आईटी पार्क बनेगा। 10.10 करोड़ रुपये भूमि क्रय करने में खर्च किए गए थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार के काफी प्रयास के बाद आईटी पार्क को राज्य और केंद्र से मंजूरी मिली थी।
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