मुरादाबाद : चौराहे पर ट्रैफिक लाइट बंद, अब भी हाथ के इशारे से बढ़ा रहे वाहन
पीआरडी और होमगार्ड के जवान संभाल रहे काम, करोड़ों की लाइटें तथा कैमरे लगने के बाद भी नतीजा शून्य
फव्वारा तिराहे पर ट्रैफिक कंट्रोल करते पुलिसकर्मी, किला तिराहे पर येलो लाइट में गुजरते वाहन।
मुरादाबाद,अमृत विचार। शहर में बढ़ते ट्रैफिक के बोझ और यातायात प्रबंधन में ढिलाई से हादसे के बाद जागे प्रशासन ने शहर में कई प्वाइंटों पर लाइटें तो लगवाई पर उनका परिणाम मूलक कार्य नहीं दिखा। चौराहे और तिराहे पर यातायात नियंत्रण कार्य पुलिस और होमगार्डों के हाथ के इशारे पर चल रहा है। कई जगह पर लगे ट्रैफिक सिग्नल लाइटें बंद हैं तो कहीं केवल यलो लाइट ही दिन पर जल रही है। इस कुप्रबंधन को देख वाहन बिना रुके सरपट दौड़ रहे हैं। जेब्रा क्रॉसिंग निरर्थक साबित हो रहा है। कैमरे और ट्रैफिक लाइटों के लिए करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं। जिम्मेदारों की जुबानी सैकड़ों कैमरे चालू हालत में हैं, जबकि हकीकत इससे इतर है।
गुरुवार को स्मार्ट सिटी के लिए लागू की गई एकीकृत कंट्रोल योजना पूर्ण रूप से फेल नजर आई। जबकि स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 232 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी शहर के छह अलग-अलग स्थानों पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए लाइटें भी लग चुकी हैं, लेकिन कहीं भी यह चालू हालत में नहीं है। कहीं यलो लाइट तो कहीं वेटिंग लाइट जलती दिखाई पड़ी। रेड और ग्रीन लाइट के इंतजार में खड़े वाहन चंद मिनट बाद खुद ही चल पड़ते हैं।
शहर के मुख्य फव्वारा चौराहे पर एक बार भी ट्रैफिक लाइट नहीं चली। जबकि दिल्ली रोड से कांठ रोड की ओर दो लाइटें लगी तो हैं पर दिखावा बन रही हैं। कई स्थानों पर स्टॉप लाइन नहीं बनी है तो अधिकतर जगह जेब्रा क्रॉसिंग नदारद है। जिसके कारण भीड़ वाले चौराहे और तिराहे पर हादसे होने का खतरा बरकरार है। पुलिस अधीक्षक यातायात कहते हैं कि शहर में यातायात सुरक्षा के लिए 263 कैमरे लगने हैं। अभी तक कार्य पूरे नहीं हुए हैं। कुछ स्थानों पर लगे कैमरे अभी तक इंटीग्रेट नहीं हो पाए है। वहीं एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के प्रभारी मनी त्रिपाठी ने सभी कैमरे लग जाने का दावा किया।
अकबर का किला के सामने से स्टेडियम जाने वाले मार्ग पर
समय 12:40 पर कांठ रोड पर अकबर के किले के सामने ट्रैफिक लाइट बंद होने के कारण पीआरडी जवान मनोज और होमगार्ड नरेंद्र सिंह व्यवस्था संभालते दिखे। कई वाहन नियमों का उल्लंघन कर आगे बढ़ते रहे।
मधुबनी तिराहा
समय 12:46 पर यलो लाइट भी बंद मिली, इस स्थान पर पीआरडी जवान मनोज कुमार यातायात को नियंत्रित करने में जुटे रहे।
पीएसी तिराहा
समय 1:50 पर यलो लाइट बंद थी। वहीं ट्रैफिक पुलिस के सिपाही विकास और महमूद होमगार्ड ट्रैफिक व्यवस्था में लगे लगे।
पीली कोठी चौराहा
समय दिन के 2:00 बजे, यलो और वेटिंग लाइट क्रियाशील रही, रेड और ग्रीन लाइटें बंद थी। जिसके कारण अधिकतम व्यस्त रहने वाले पीलीकोठी चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के सिपाही मदन मोहन और कुछ पीआरडी जवान यातायात प्रबंधन संभाल रहे थे। ड्यूटी पर तैनात टीएसआई गंगा सरन मौके से नदारद थे।
फव्वारा चौक पर
समय 2:30 बजे। चौराहे पर दिल्ली रोड से कांठ रोड जाने वाले मार्ग पर दो लाइट खराब हालत में मिली। चौराहे पर आधा दर्जन पीआरडी और होमगार्ड के जवानों के साथ टीएसआई हरस्वरूप ट्रैफिक व्यवस्था को संभालते नजर आए।
ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रूप से नियंत्रित करने के लिए यातायात पुलिस कर्मियों को एकीकृत कमांड कंट्रोल सेंटर में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यातायात नियमों की जानकारी देकर दक्ष बना रहे हैं। अभी सभी निर्धारित स्थानों पर कैमरे लगाने का काम पूरा नहीं हुआ है। कुछ स्थानों लगे कैमरे इंटीग्रेटेड नहीं हो पाए है। जल्द ही व्यवस्था और बेहतर दिखेगी। -अशोक कुमार, पुलिस अधीक्षक
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