बांदा: अवैध खनन पर DM ने लगाया 1 करोड़ 85 लाख से ज्यादा का जुर्माना 

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Published By Jagat Mishra
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निजी कृषि भूमि के पट्टों पर माफिया जमकर कर रहे अवैध खनन 

अमृत विचार, बांदा। जिले की नदियों में खनन का ठेका न होने की वजह से निजी कृषि भूमि के पट्टों में माफिया जमकर अवैध खनन कर रहे हैं। निजी भूमि के लहुरेटा में चल रहे तीन खनन पट्टों में संयुक्त टीम ने जांच कर तकरीबन 20660 घन मीटर अवैध मौरंग खनन पाया। जिलाधिकारी ने पट्टाधारकों पर एक करोड़ 85 लाख 94 हजार रुपये जुर्माना करते हुए तीनों पट्टों पर खनन बंद करवाकर पट्टाधारकों से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।

निजी कृषि भूमि पर सात पट्टे संचालित हो रहे हैं। इनमें तीन खनन पट्टे लहुरेटा में हैं। माफिया यहां वैध की आड़ में जमकर अवैध खनन कर रहे हैं।  शिकायत शासन प्रशासन  तक पहुंची तो जिलाधिकारी ने सख्त तेवर अपनाते हुए सायक्त टीम गठित कर दी । जिला खनिज अधिकारी अर्जुन कुमार, अपर जिलाधिकारी न्यायिक अमिताभ यादव, एसडीएम नरैनी रजत वर्मा की संयुक्त टीम ने लहुरेटा में खनन पट्टों की जांच की। यहां लहुरेटा निवासी किसान मुनीर खां, इसी गांव में कुसुमा पत्नी हिरवा और मोहनलाल के नाम निजी कृषि भूमि का खनन पट्टा है, मौरंग माफिया इनकी आड़ लेकर अवैध खनन के जरिए करोड़ों का वारा-न्यारा कर रहे हैं। 

जिला खनिज अधिकारी अर्जुन कुमार ने बताया कि जांच में पट्टाधारक मुनीर खां के पट्टा में स्वीकृत क्षेत्र से बाहर 5400 घन मीटर मौरंग का अवैध खनन और ओवरलोडिंग मिली है। डीएम के आदेश पर इस पट्टा क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाते हुए पट्टाधारक पर 48 लाख 60 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है। वहीं पट्टाधारक कुसमा के पट्टा में सबसे ज्यादा 12 हजार 600 घन मीटर मौरंग का अवैध खनन मिला। डीएम ने इसे भी प्रतिबंधित करते हुए एक करोड़ 13 लाख 40 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। पट्टाधारक मोहनलाल के यहां स्वीकृत क्षेत्र से बाहर 2660 घन मीटर मौरंग खनन पाया गया। ठेकेदार पर 23 लाख 94 हजार रुपये रुपये का जुर्माना किया गया है। तीनों पट्टों में खनन पर रोक लगाते हुए  तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा देने को कहा गया है।

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