Kanpur Central के साथ संवरेगा Anwarganj स्टेशन, अब यात्रियों को सीधे पांच और शहरों के लिए मिलेगी ट्रेन
कानपुर सेंट्रल के साथ अनवरगंज स्टेशन भी संवरेगा।
कानपुर सेंट्रल के साथ अनवरगंज स्टेशन भी संवरेगा। सेंट्रल को संवारने के लिए 729 करोड़ का बजट पहले से ही है। अनवरगंज स्टेशन से पांच और शहरों के लिए ट्रेनें चलाने की तैयारी।
कानपुर, अमृत विचार। Kanpur Central के रीडेवलपमेंट के साथ ही Anwarganj और Govindpuri के भी कायाकल्प की कार्ययोजना को हरी झंडी मिल गई है। इसमें गोविंदपुरी में वाटर लाइन लगाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। वहीं अनवरगंज स्टेशन को भी प्रियारिटी पर लेते हुए जल्द ही सर्वे कराया जाएगा। रेलवे की मंशा यहां से पांच शहरों को जोड़ने की है। जिससे यहां के यात्रियों को कई और शहरों के लिए सीधी ट्रेन मिलेगी।
सेंट्रल पर ट्रेनों का बोझ दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। जिस पर उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने कुछ ट्रेनों को गोविंदपुरी और अनवरगंज पर शिफ्ट करने का प्रस्ताव बना कर भेजा था। जिस पर काफी समय पहले मंजूरी भी मिल गई थी। अब यहां से ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए ट्रेनों और शहरों का चुनाव किय जा रहा है।
गोविंदपुरी में लगी वाटर लाइन
हावड़ा ट्रैक पर पड़ने वाले एनसीआर के इकलौते महिला स्टेशन को अपग्रेड करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। लंबी दूरी की गाड़ियों में यहां पर पानी भरा जाएगा। इसके साथ ही दो प्लेटफार्मों को भी डेवलप किया जा रहा है। इसके साथ ही प्लेटफार्मों को बढ़ाने का भी प्रस्ताव है। रेल अधिकारियों की माने तो यहां पर पहले चरण में 30 ट्रेनों का स्टापेज दिया जाएगा। जिससे दक्षिण के लगभग 20 लाख यात्रियों की सेंट्रल तक की दौड़ बचेगी।
अनवरगंज की सूरत बदलेगी
शहर के मुख्य इलाके में स्थित इस स्टेशन के मुहाने पर ही दुर्दशा है। स्टेशन तक पहुंचने के लिए रास्ता ही ऊबड़-खाबड़ है। वहीं यहां के तीन प्लेटफार्मों पर पहुंचने के लिए यात्रियों को सीढ़ी चढ़नी पड़ती है। जिस पर अधिकारियों ने सड़क,एस्केलेटर्स और ऑफिस को अपडेट करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसमें फरूर्खाबाद रूट पर आगे की ट्रेनों का संचालन यहां से किया जाएगा। इसके साथ ही मथुरा,वृंदावन,चित्रकूट और आगरा को यहां से जोड़ने की योजना है।
सेंट्रल को रोजाना लगभग 300 ट्रेने पास होती हैं। जिनकी संख्या और बढ़ेगी। सेट्रल के रीडेवलपमेंट के साथ ही यहां से ट्रेनों को गोविंदपुरी और अनवरगंज पर शिफ्ट किया जाएगा। इससे सेंट्रल का बोझ तो कम होगा ही। गोविंदपुरी और अनवरगंज का तेजी का विकास होगा।- आशुतोष सिंह, निदेशक, कानपुर सेंट्रल
