मुरादाबाद : कलमबंद हड़ताल कर लोकनिर्माण विभाग के कर्मचारियों ने बुलंद की आवाज
बुधवार से मुख्य अभियंता कार्यालय पर करेंगे धरना प्रदर्शन
लोकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड कार्यालय में मांग पूरी न होने पर विरोध जताते जिलाध्यक्ष संतोष कुमार आदि।
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने पदोन्नति, स्थायीकरण आदि मांग पूरी न होने पर चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में मंगलवार को विरोध जताया। कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में कामकाज ठप रखा। जिससे विभाग में काम के सिलसिले में आए लोग निराश लौटे। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में मंगलवार को प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता कार्यालय में भी कलमबंद हड़ताल रही। उन्होंने बताया कि सभी 75 जिलों में हड़ताल चल रही है। प्रशासनिक अधिकारी शमीम अहमद ने बताया कि स्थायीकरण, पदोन्नति और अन्य कई मांग शामिल हैं।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि प्रांतीय अध्यक्ष पदमनाथ त्रिवेदी, प्रांतीय महामंत्री जेपी पाण्डेय के आह्वान पर आंदोलन चलाया जा रहा है। मुख्य अभियंता कार्यालय कांठ रोड पर बुधवार से 10 फरवरी तक धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। जबकि कलमबंद हड़ताल 6 और सात को की गई। हड़ताल के चलते विभाग में काम के सिलसिले में आए लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। दूसरे विभागों से आई डाक को भी कर्मचारियों ने लेने से इंकार कर दिया। काम ठप होने से अधिकारी भी खाली हाथ रहे। कई अधिकारी भी अपने कक्ष में नहीं दिखे।
प्रांतीय खंड के अलावा लोक निर्माण विभाग के अन्य कार्यालयों में भी हड़ताल के चलते कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। अभियंताओं को भी इससे परेशानी हुई। उनके फाइलों पर रिपोर्ट लगाने वाले लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों की हड़ताल से फाइलें उसी पटल पर रुकी रहीं। कर्मचारी आने वालों को 13 फरवरी के बाद आने की बात कहकर लौटा रहे थे। पदाधिकारियों ने बताया कि आंदोलन तीन फरवरी से किया जा रहा है। पहले दो दिन काली पट्टी बांध कर विरोध जताया गया था। जबकि छह और सात फरवरी कलमबंद हड़ताल रही। 13 फरवरी को लखनऊ में प्रमुख अभियंता कार्यालय पर एक दिवसीय हड़ताल कर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। हड़ताल में शामिल रहने वालों में महामंत्री गिरीदत्त शर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष अरुण प्रताप, शमीम अहमद प्रशासनिक अधिकारी, कपिल कुमार, शहाबुद्दीन, पीयूष, देशराज सहित विभिन्न खंडों को मिलाकर सौ से अधिक मिनिस्ट्रियल कर्मचारी शामिल हैं।
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