लखनऊ : तीन दिन से सामान समेत सड़क पर बुजुर्ग दंपति

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Published By Virendra Pandey
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एलडीए पर बिना सूचना के फ्लैट खाली कराने का आरोप

अमृत विचार, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण में एक तरफ वरिष्ठ नागरिक समाधान दिवस चला तो दूसरी तरफ नेहरू इंक्लेव फ्लैट से निकाले गए बुजुर्ग दंपति सड़क पर रहे। जिनकी सुनवाई नहीं की गई और तीन दिन से दोनों दिन-रात सड़क पर गुजार रहे हैं।

गोमती नगर के नेहरू इन्क्लेव के पुष्पायन ब्लॉक के फ्लैट संख्या 112 में रहने वाले सेवानिवृत्त बैंककर्मी राजीव मोहन (70) व उनकी पत्नी रंजना श्रीवास्तव (68) गुरुवार को भी सड़क पर रहे। इनका आरोप है कि मंगलवार को एलडीए से पहुंचे 40 लोगों की टीम ने उन्हें फ्लैट से बाहर निकालकर सामान फेंक दिया था और फ्लैट में अपना ताला डाल दिया। फ्लैट सील करने या खाली कराने संबंधित नोटिस नहीं दिया। यह फ्लैट 1993 में 4.55 लाख रुपये ऋण लेकर खरीदा था। जबकि कब्जा 2001 में मिला। सिर्फ इतनी जानकारी हुई है कि 40 हजार की बकायेदारी दिखाकर फ्लैट निरस्त कर दूसरे को आवंटित किया है। यदि फ्लैट निरस्त किया है तो उल्टा ब्याज समेत करीब एक करोड़ रुपये एलडीए पर उनका बनता है। हालांकि यह मामला कोर्ट में है। वहीं से न्याय की उम्मीद है। हालांकि अभी यह साबित नहीं हो पाया है कि कहां और किसकी कमी है।

वर्जन 

फ्लैट का बकाया था। जो पहले निरस्त किया था। इनके अनुरोध पर दोबारा आवंटित किया गया। इस तरह कई बार चला और कई मौके दिए। अंत में फ्लैट निरस्त कर दूसरे को लॉटरी से आवंटित किया है और खाली कराया है। जिसकी जानकारी लिखित दी गई थी।

ज्ञानेंद्र वर्मा, अपर सचिव, एलडीए

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