खुलासा: मेंटीनेंस कंपनी के कर्मचारी ने काटा BOB का लॉकर 

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Published By Jagat Mishra
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पुलिस ने 18 महीनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तब मिली सफलता

अमृत विचार, कानपुर। नौबस्ता थानाक्षेत्र अंतर्गत बैंक ऑफ बड़ौदा की किदवई नगर शाखा में लॉकर काटकर जेवर चोरी करने की घटना का पुलिस ने एक हफ्ते में खुलासा कर दिया है। पुलिस ने न केवल लॉकर काटने वाले मेंटीनेंस कंपनी के कर्मचारी को गिरफ्तार किया बल्कि लॉकर से चोरी किए गए जेवर भी बड़ी मात्रा में बरामद कर लिए। घटना का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस कमिश्नर ने एक लाख रुपये का पुरस्कार व डिस्क के लिए शासन को नाम भेजने की घोषणा की। पीड़ित खुलासे से खुश तो है, लेकिन उन्होंने बैंक के अधिकारियों पर भी घटना में शामिल होने का आरोप लगाया। जिस पर पुलिस कमिश्नर ने बैंक अधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए जांच की बात कही है।  

18 महीनों के सीसीटीवी फुटैज में दिखा था संदिग्ध 
गुरुवार को रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड, संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी, डीसीपी दक्षिण सलमान ताजपाटिल व एडीसीपी अंकिता शर्मा ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि बैंक के लॉकर से चोरी हुए डेढ़ करोड़ के जेवर और नकदी मामले पर जब बैंक कर्मचारियों से पूछताछ की गई तो कई अहम सुराग हाथ लगे। जिस पर बैंक से बीते 18 महीनों के सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए। फुटेज में लॉकर ठीक करने वाले एक कर्मचारी की गतिविधियों संदिग्ध प्रतीत हुई, जिसके आधार पर बैंक से उक्त कर्मचारी के बारे में जानकारी की गई। बैंक कर्मचारियों के उसकी पहचान गोदरेज कंपनी के लॉकर मेंटीनेंस करने वाले के रूप में की। बताया कि कुछ महीने पहले युवक लॉकर मेंटीनेंस के लिए बैंक आया था जिसका नाम रोहित शुक्ला निवासी अनवरगंज थाना रायपुरवा है। जिसके आधार पर पुलिस ने रोहित शुक्ला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो मामला खुल गया। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह गोदरेज कंपनी द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ-साथ अन्य बैंको में भी लगे हुए लॉकरों को ठीक करने का काम करता था। 

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उन्होंने बताया कि इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता कि अभियुक्त द्वारा अन्य बैंकों में इस तरह की घटनाएं नहीं की गई होंगी। अन्य बैंकों में हुई इस तरह की घटनाओं के बारे में जानकारी की जा रही है। आरोपी द्वारा चोरी के सामान को ज्वैलर्स की दुकानों व अन्य स्थानों पर बेचना स्वीकार किया गया है। वहीं इस संबंध में वहां मौजूद वादी रमा अवस्थी व उनकी बेटी श्रद्धा ने पुलिस कमिश्नर से बैंक के अधिकारियों पर घटना में शामिल होने का आरोप लगाया। जिस पर सीपी ने उनसे बैंक अधिकारियों की घटना में भूमिका संदिग्ध माने जाने की बात कही। उनके अनुसार इसी बैंक से 17 महीने पहले लॉकर काटकर बर्रा दामोदर नगर निवासी अजय गुप्ता के लॉकर चोरी से संबंधित अहम सुराग मिले हैं। श्रद्धा ने खुलासे के दौरान पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाकर धन्यवाद किया। 

सख्ती करने पर जुर्म कबूल लिया
पुलिस के सख्ती से पूछताछ करने पर मेंटीनेंस कर्मचारी आरोपी रोहित शुक्ला ने पुलिस को बताया कि उसके द्वारा लॉकर से सामान चोरी किया गया है, जब भी उसे लॉकर ठीक करने के लिए बुलाया जाता था तो वह उस खराब लॉकर को ठीक करने के साथ-साथ अन्य लॉकरों को तोड़कर उनमें रखे हुए सामान को अपने बैग में रखकर लेकर चला जाता था। लॉकर का मेंटीनेंस करने पर उसके ऊपर कोई शक नहीं करता था। उसने पुलिस को घर पर जेवर व नकदी रखने की बात बताई। जिस पर पुलिस की टीम ने घर से माल बरामद कर लिया। नौबस्ता पुलिस ने आरोपी रोहित शुक्ला निवासी अनवरगंज को पुलिया नंबर 14 चौकी क्षेत्र यशोदा नगर से हिरासत में ले लिया। 

खाली लॉकर देखकर उड़ गए थे होश
बसंत बिहार निवासी वादिनी रमा अवस्थी पत्नी सूर्य कुमार अवस्थी ने जेवरातों के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा किदवई नगर में 25 नवंबर वर्ष 2017 से लॉकर लेकर अपने कीमती जेवरातों को सुरक्षित रखा था। उनके अनुसार चार फरवरी वर्ष 2020 को आखिरी बार अपने पुत्र शशांक अवस्थी के साथ घर में रखे कुछ जेवरों को लॉकर में रखा था। उनके अनुसार 24 मार्च वर्ष 2023 को शुक्रवार दोपहर आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार लॉकर चेक करने का बॉब से मैसेज आने पर बैंक पहुंची और लॉकर इंचार्ज सेसारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद लॉकर रूम गईं तथा चाभी लगाकर लॉकर खोलने की कोशिश की तो चाभी घूमती रही। इसके बाद लॉकर पूर्व में खुला होने के कारण दरवाजा खुल गया। लॉकर के स्क्रू व लोहे के छोटे-छोटे टुकड़े रखे मिले तथा ढक्कन में लॉक कटा हुआ था और लॉकर के अन्दर से जेवरात गायब देख उनके होश उड़ गए। 

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ढाई किलो सोना व पांच किलो चांदी बरामद
पुलिल अफसरों ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी के पास से ढाई किलो सोना व पांच किलो चांदी बरामद की गई है। जिसमें सोने का हार, अंगूठी, कड़ा, जंजीर मंगलसूत्र, मांगबेदी, कान का झाला, पायल., हथफूल, नथ, कमरपेटी आदि बरामद हुआ है।  

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मैनेजमेंट पर कार्रवाई के लिए लिखा पत्र
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बैंक के लॉकर मेंटेनेंस जब भी होता है, तो पांच लोगों की कमेटी बनती है। इसमें बैंक मैनेजर, लॉकर इंचार्ज, अधिवक्ता समेत पांच लोग होने चाहिए। बताया कि मेंटेनेंस कर्मचारी ने इसी का फायदा उठाकर मेंटेनेंस के बहाने दूसरे लॉकरों को भी काटकर जेवरात चोरी कर लिए। बैंक प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए बैंक को लिखा जाएगा। 

टीम को एक लाख का इनाम
पुलिस कमिश्नर ने खुलासा करने वाली नौबस्ता पुलिस की टीम का उत्सावर्धन करते हुए एक लाख रुपये का पुरस्कार व डिस्क के लिए शासन को नाम भेजने की घोषणा की। टीम में प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पांडेय, निरीक्षक राम आसरे त्रिपाठी, उपनिरीक्षक जमाल अहमद, पवन कुमार मिश्रा, जयवीर सिंह, नितिन कुमार, हेड कांस्टेबल हरगोविन्द सिंह, सत्येन्द्र सिंह, सौरभ पांडेय, मनोज कुमार शामिल रहे।

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