Ayodhya Twin Tower : बिल्डिंग बनकर लगभग तैयार, सीएम योगी ने की थी घोषणा
लगभग 23 करोड़ की लागत से पुलिस लाइन में बन रहा 13 मंजिला ट्रांजिट हॉस्टल
अयोध्या, अमृत विचार। जनपद मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में जिले की सबसे ज्यादा मंजिली इमारत ट्विन टावर बनकर लगभग तैयार है। वर्तमान में वाटर, बिजली आदि की सप्लाई की फिनशिंग के साथ फायर सिस्टम की फिनशिंग और टेस्टिंग का काम जारी है। 13 मंजिले इस ट्विन टावर का निर्माण जिले में तैनात पुलिसकर्मियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कराया जा रहा है। सीएम की घोषण के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में जी प्लस 12 मंजिल दो ब्लाक के निर्माण के लिए 23 करोड़ से ज्यादा के रकम की स्वीकृति मिली थी।
गौरतलब कि पुलिस विभाग के आधुनिकीकरण और पुलिसकर्मियों को आवश्यक साधनों व संसाधनों की उपलब्धता के अभियान के तहत प्रदेश के मुख्यमंत्री की ओर से वर्ष 2021 में तमाम योजनाओं की घोषणा की गई थी। इसी के तहत जनपद में तैनात पुलिसकर्मियों को आधुनिक सुख-सुविधा तथा सुरक्षा उपकरणों से लैस आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पुलिस लाइन परिसर में ग्राउंड फ्लोर के अलावा 12 मंजिले दो ब्लाक के निर्माण को स्वीकृति दी गई थी और मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल इस परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 23 करोड़ 29 लाख 26 हजार रूपये के बजट की स्वीकृति कर बजट का आवंटन किया गया था। निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम की इकाई 21 अ को सौंपा गया था।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के समाप्ति पर परियोजना की समीक्षा के दौरान पाया गया कि ट्विन टावर के निर्माण में शत-प्रतिशत सिविल वर्क पूरा कर लिया गया है और ट्विन टावर के ब्लाक ए और बी में टैरेस पर वाटर टैंक एवं ममटी सहित समस्त स्ट्रक्चर और फ्लोरिंग, डोर विंडो सहित सभी कार्य पूर्ण है,जबकि पुट्ठी एवं पेंटिंग का कार्य जारी है। वहीं ब्लॉक बी में लिफ्ट एवं डीजी सेट का कार्य कराया जा रहा है और बोरिंग का कार्य पूरा कर, आवागमन के लिए रोड व बाहरी विकास के कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। समीक्षा में यह भी बात सामने आई कि स्वीकृत बजट 23 करोड़ 29 लाख 26 हजार रूपये में से कार्यदायी संस्था को प्रदत्त 2212. 89 लाख खर्च किया गया तथा एक करोड़ 16 लाख 37 हजार धनराशि शेष है।
कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम की संबंधित इकाई के सहायक अभियंता बी निरंजन ने बताया कि वर्तमान में 13 मंजिले पुलिस ट्रांजिट हॉस्टल के दोनों ब्लाक ए और बी का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। वाटर, बिजली, फायर सिस्टम, लिफ्ट आदि के साथ भवन के फिनिशिंग का काम पूरा हो चूका है। अब सप्लाई और उपकरणों की फाइनल फिनिशिंग और टेस्टिंग का कार्य कराया जा रहा है। साथ ही विभाग इन्वेंट्री तैयार कराने में जुटा है। सब कुछ ओके होने के बाद हस्तांतरण की कार्यवाही संपादित की जाएगी।
इको फ्रेंडली और फायर प्रूफ व भूकंपरोधी भी है
जिले की सबसे ज्यादा मंजिल वाले इस पुलिस लाइन के ट्विन टावर के निर्माण में आधुनिक भवन निर्माण के मानकों का ध्यान रखा गया है। ट्विन टावर को इको फ्रेंडली और फायर प्रूफ व भूकंपरोधी बनाया गया है। निर्माण से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि काफी ऊँची और कई मंजिल होने के चलते आरसीसी का स्ट्रक्चर तैयार कर पार्टीशन और बाहरी दीवार निर्माण के लिए ऑटोक्लेव्ड वातित कंक्रीट ( एएसी ) ब्लॉक का इस्तेमाल किया गया है। ऑटोक्लेव्ड वातित कंक्रीट ब्लॉक की बनावट झरझरा और फोम जैसी होती है। यह वजन में सामान्य इस्तेमाल होने वाली ईंट की अपेक्षा कई गुना हल्की तथा ऊष्मा, ऊर्जा और ध्वनि की कुचालक होती है, जिसके चलते भवन का लोड कम हो जाता है तथा भवन को इको फ्रेंडली के साथ साउंड प्रूफ, फायर प्रूफ व भूकंपरोधी बनाने में मदद करता है।
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