अयोध्या: रामपथ निर्माण की कार्यदायी संस्था पर फूटा विधायक और महापौर का गुस्सा, जानें पूरा मामला

विधायक बोले - हद दर्जे की बरती जा रही लापरवाही, नहीं है कोई सिस्टम

अयोध्या: रामपथ निर्माण की कार्यदायी संस्था पर फूटा विधायक और महापौर का गुस्सा, जानें पूरा मामला

अयोध्या/ अमृत विचार। रामपथ निर्माण कर रही कार्यदायी संस्था और मानीटरिंग कर रहे जिम्मेदार अफसर अब सवालों के घेरे में आ गए हैं। 13 किलोमीटर के रामपथ निर्माण के दौरान पानी और बिजली के अभूतपूर्व संकट पर विधायक वेदप्रकाश गुप्ता और नवनिर्वाचित महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने निर्माण एजेंसी को आड़े हाथों लिया है। विधायक तो इतने आग बबूला हुए कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि काम का कोई सिस्टम बनाया ही नहीं गया।

गुरुवार को यहां गुदड़ीबाजार चौराहे पर तीन दिनों से पानी न मिलने के कारण अंगूरीबाग के लोगों ने सड़क जाम और प्रदर्शन किया। इसकी जानकारी होते ही विधायक और महापौर एक्शन में आ गए। विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि निर्माण एजेंसी की लापरवाही से जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसे कल लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद के समक्ष भी उठाया गया है।

विधायक ने कहा कि दस जून से पहले नाला निर्माण न पूरा हुआ तो पूरा शहर जलभराव से बुरी तरह से प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि रात में भी कार्य होना चाहिए लेकिन एजेंसी के ठेकेदार और अफसर केवल दिन में ही काम कर रहे हैं। रात - दिन काम होगा तभी निर्माण समय सीमा में पूरा होगा। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने न नगर निगम और न ही बिजली विभाग से समन्वय बनाया जिसके कारण समस्या काफी बढ़ गई है। विधायक ने कहा कि निर्माण समय से न पूरा करने पर लापरवाह ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा एजेंसी को ऐसा कार्य करना चाहिए कि लोगों को न्यूनतम समस्या हो। जबकि ऐसा नहीं हो रहा है। वहीं नवनिर्वाचित महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा कि समस्या संज्ञान में है और कार्यदायी संस्था को कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि एजेंसी को समयबद्ध ढंग से सावधानी पूर्वक कार्य करना चाहिए।

महापौर ने कहा कि 13 किलोमीटर दूरी को एक सिस्टम के तहत टुकड़े में बांट कर खोदाई करनी चाहिए थी जो नहीं की गई। वहीं शहीद अशफाक उल्ला खां मेमोरियल ट्रस्ट के निदेशक सूर्यकांत पांडेय ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी आखिर निर्माण को लेकर क्या समीक्षा करते हैं.? उन्हें जनता की दुश्वारियां नहीं दिख रही है तो यह भी एक बड़ा खेल है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में "अंधेर नगरी चौपट राजा" की कहावत चरितार्थ हो रही है। 

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