अयोध्या : श्याम शिला या मकराना मार्बल स्टोन से तराशी जाएगी श्रीराम की प्रतिमा 

मूर्ति निर्माण का कार्य शुरू, उत्सव की तैयारियों पर मंथन आज से 

अयोध्या : श्याम शिला या मकराना मार्बल स्टोन से तराशी जाएगी श्रीराम की प्रतिमा 

अयोध्या, अमृत विचार। राममंदिर में रामलला को विराजमान कराने के लिए दो शिलाओं का चयन कर लिया गया है, जिस पर मूर्ति बनाने का कार्य मूर्तिकारों ने शुरू कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ रामलला को जनवरी 2024 में विराजमान कराने के दौरान उत्सव की तैयारी को लेकर बैठक 29, 30 और 31 मई को होगी।
    
राम जन्म स्थान पर विराजमान होने वाले रामलला श्याम शिला के होंगे या फिर मकराना मार्बल की शिला पर स्वरूप धारण करेंगे। यह अभी भविष्य के गर्भ में हैं, लेकिन यह तय हो चुका है कि इन्हीं दो शिलाओं में से कोई एक शिला रामजन्मभूमि में प्राणप्रतिष्ठित की जाएगी। रामलला के अचल विग्रह के लिए तीन पत्थरों पर तीन मूर्तियों का निर्माण किया जाना है। 

रविवार को कर्नाटक से आई एक और ‌श्याम शिला की पूजा-अर्चना कर मूर्तिकार अरुण योगीराज की टीम ने काम शुरू कर दिया है। रामसेवकपुरम स्थित दोनों कार्यशालाओं में जहां कारीगर मूर्ति बनाने में जुटे हैं। वहीं विवेक सृष्टि में कर्नाटक से शनिवार को आई शिला पर रामलला के अचल विग्रह को आकार देने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके पहले भी दो मूर्तिकार गणेश भट्ट और सत्यनारायण पांडेय भी अपनी-अपनी टीम के साथ रामलला की अचल मूर्ति का निर्माण करने में जुटे हुए हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल मिश्र ने बताया कि अब शिलाओं की तलाश खत्म हो चुकी है। जो शिलाएं आई हैं इसी में से रामलला की अचल मूर्ति निर्मित की जाएगी। तीन मूर्तियां बनेंगी, जो सर्वोत्तम होगी उसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। अचल मूर्ति की कुल ऊंचाई फाउंडेशन लेकर आठ फीट होगी, ताकि रामभक्त अपने आराध्य का दर्शन सुलभता से कर सकें।

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राजस्थान के मूर्तिकार ने कहा मकराना मार्बल में दिव्य दिखेंगे रामलला
मकराना मार्बल को लेकर एक मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय का दावा है कि यह राजस्थान के मकराना मार्बल का पत्थर है, जिसे 40 वर्ष पहले लिया गया था। 100 पत्थरों में से एक पत्थर को चुनकर लाया हूं। उनका दावा है कि दुनिया का सबसे अच्छा पत्थर है। इसके अंदर वह सभी चीजें हैं। जो पत्थर में होनी चाहिए। जिस मात्रा में वर्ल्ड क्लास पत्थर में कैल्शियम आयरन होना चाहिए इसमें पाया जाता है। मूर्तिकार ने कहा कि यह पत्थर कभी खराब न होने वाला है। उदाहरण स्वरूप बताते हुए कहा कि अयोध्या के कनक भवन में भी मकराना के बने भगवान की मूर्ति स्थापित है।  

आज से शुरू होगी दो दिवसीय मंदिर निर्माण समिति की बैठक
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक 29 और 30 मई को राम जन्मभूमि परिसर में आयोजित की जाएगी, जिसमें मंदिर निर्माण के साथ यात्री सुविधा केंद्र, जन्मभूमि पथ सहित अन्य कार्यों का स्थलीय निरीक्षण के बाद मंथन भी किया जाएगा। 31 मई को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की भी अहम बैठक होगी, जिसमें ट्रस्ट के 14 सदस्य मौजूद होंगे। बैठक ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के आश्रम मणिराम दास छावनी में की जाएगी, जिसके लिए ट्रस्टियों के आगमन का क्रम भी शुरू हो गया है। देर शाम निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मित्र सहित ट्रस्ट के कई सदस्य भी अयोध्या पहुंच चुके थे।

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