पीलीभीत: बिना कमीशन पास नहीं होती आरईएस दफ्तर से फाइल, सचिव अभद्रता पर उतारू...जानिए क्या है मामला
पीलीभीत, अमृत विचार। चार माह के बाद बुधवार को हुई जिला पंचायत की बोर्ड बैठक हंगामेदार रही। सदन में सदस्यों ने मनरेगा से होने वाले कार्य का एस्टीमेट बनवाने के नाम पर आरईएस में चल रहे खेल का भंडा फोड़ दिया। सदस्यों का कहना था कि फाइल तब तक पास नहीं होती है, जब तक पांच फीसदी कमीशन नहीं दे दिया जाता है। ब्लॉक सचिवों के द्वारा आवास और तमाम कल्याणकारी योजनाओं में घोटाला किया जा रहा। विरोध करने पर सचिव सदस्यों से अभद्रता करने पर उतारू हैं। इस बात पर सदस्यों ने जमकर हंगामा किया।
सदस्यों ने पूर्व में की गई शिकायतों के निस्तारण न होने पर बिजली, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, जिला पूर्ति विभाग और जिला पंचायत राज विभाग के अफसरों भी निशाने पर रहे। हंगामे के बीच दो घंटे चली बैठक में करीब 25 करोड़ की कार्य योजना के प्रस्ताव पास किए गए। जिन पर जल्द ही निर्माण कार्य कराए जाएंगे। बता दें कि जिला पंचायत सभागार कक्ष में बुधवार पूर्वान्ह 11 बजे बोर्ड की बैठक बुलाई गई। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष डॉ. दलजीत कौर, बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्ता नंद ने की। इनके अलावा बैठक में एमएलसी डॉ. हरि सिंह ढिल्लो के प्रतिनिधि गुरुभाग सिंह, मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह, अपर मुख्य अधिकारी हरमीक सिंह शामिल रहे।
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