बाराबंकी: निःशुल्क बोरिंग योजना में भ्रष्टाचार, एक ही लाभर्थी को तीन-तीन बार दिया गया लाभ

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Published By Deepak Mishra
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सतरिख/बाराबंकी, अमृत विचार। विकास खंड हरख में निःशुल्क बोरिंग योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। एक ही व्यक्ति को तीन तीन बार योजना का लाभ दिया गया है। इतना ही नहीं कुछ किसानों को पाइप देकर ही टरका दिया गया। इंजन और वाल नहीं दी गई। किसानों ने अवर अभियंता पर बोरिंग के बदले वसूली का भी आरोप लगाया है। हरख ब्लॉक में 76 ग्राम पंचायतें है। 

फसलों की सिंचाई के लिए निःशुल्क बोरिंग योजना के तहत अंधा बांटे रेवड़ी घरय घराना खाए की तर्ज पर बोरिंग का लाभ दिया गया है। बोजा, टेरा पनिहाल,गौछौरा वजीउद्दीनपुर, बलछत, मानपुर, सोहिलपुर, सहित कई अन्य ग्राम पंचायतों में नियमों को दरकिनार कर पेंशन पाने वाले सेवारत सरकारी कर्मचारियों, मां और बेटे, के अलावा एक एक व्यक्ति को तीन तीन बार निःशुल्क बोरिंग योजना का लाभ दिया गया है। बोजा के किसान हनोमान ने बताया कि बोरिंग के लिए  100 फिट पाइप कई महीने पूर्व मिला था। 

मजदूरी का पैसा वाल और इंजन अभी तक नहीं दिया गया है। इसी गांव के धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मजदूरी के 2 हजार रुपए नकद मिले थे। बोरिंग हुई । पानी के बजाय बालू दे रही है। गोछौरा निवासी रिंकू का कहना है कि कई महीने पूर्व बोरिंग के लिए पाइप मिला था। इंजन और वाल अभी तक नहीं दी गई है। 

आरोप है कि इसके बदले अवर अभियंता दिनेश पाठक 2 हजार सुविधा शुल्क मांग रहे हैं। रिंकू का कहना है कि अवर अभियंता दिनेश पाठक के कार्यकाल में निःशुल्क बोरिंग योजना में भ्रष्टाचार किया गया है। वह मुख्यमंत्री और डीएम से इसकी शिकायत करेंगे। टेरा के निवासी मुन्ना का आरोप है कि अवर अभियंता दिनेश पाठक कई वर्षों से हरख ब्लॉक में तैनात हैं। इसके पहले इसी ब्लॉक में यह सहायक थे। 

प्रमोशन होने के बाद अवर अभियंता बन गए। लेकिन इनका ब्लॉक से तबादला नहीं किया गया। इसलिए इन्होंने निःशुल्क बोरी योजना का किसानों को लाभ देने में बड़े पैमाने पर मनमानी की है। जांच हो जाए सच सामने आ जाएगा। इनसेट। बोले अवर अभियंता।  

हरख ब्लॉक में तैनात अवर अभियंता दिनेश पाठक का कहना है कि फसलों की सिंचाई के लिए निःशुल्क बोरिंग योजना के तहत सीमांत, लघु सीमांत, तथा अनुसूचित जाति तीन तरह के किसानों को निःशुल्क बोरिंग योजना का लाभ दिए जाने का नियम है। इसके लिए किसान सम्मान निधि मिलना आवश्यक है। किसान सम्मान निधि पाने वाले को ऑनलाइन आवेदन के बाद लाभ दिया जाता है। उन्होंने तीन बार योजना का लाभ देने से इनकार किया। रुपए मांगने के आरोपों को भी खारिज किया है।

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