लखनऊ : पीपीपी मॉडल पर विकसित होंगे विभूतीखंड, गाजियाबाद समेत पांच बस स्टेशन
अमृत विचार, लखनऊ । राज्य सड़क परिवहन निगम निदेशक मण्डल की 245वीं बैठक मंगलवार को प्रमुख सचिव एल वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में निगम मुख्यालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर निर्णय लिए गये। परिवहन निगम के एमडी के मुताबिक निदेशक मण्डल की ओर से जो महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये उनमें परिवहन निगम के कौशाम्बी (गाजियाबाद), गाजियाबाद पुराना बस स्टेशन (गाजियाबाद), विभूतिखण्ड गोमती नगर (लखनऊ). सीविल लाइन्स (प्रयागराज ) और आगरा फोर्ट (आगरा), कुल पांच बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर विकसित किये जायेंगे।
आगामी चरण के लिए कन्सलटेन्ट के चयन की कार्यवाही किये जाने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण कार्य गतिशील है, श्रीराम जन्मभूमि में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं को राम जन्मभूमि पथ का उपयोग किया जायेगा, श्रृद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या शहर में स्थित राज्य सड़क परिवहन निगम के पुराने बस अड्डे की भूमि 0.87 एकड़ जहां से अब निगम बसे संचालित नहीं होती हैं, को राम जन्म तीर्थ क्षेत्र (ट्रस्ट) को विक्रय कर हस्तानान्तरण किये जाने के लिए अनुमोदन प्रदान किया गया।
परिवहन निगम ने अपने बस बेड़े से 15 साल पुरानी बसों के साथ-साथ नीलाम की शर्ते पूर्ण कर चुकी कुल 1800 बसों को संचालन से हटा लिया गया जिन्हें नीलाम करने की कार्यवाही गतिशील है, नीलामी में आ रही कठिनाइयों के संबन्ध में विचार-विमर्श के उपरान्त प्रक्रिया को सरल कर शीघ्र नीलाम की कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
निगम बसों से हुई दुर्घटनाओं की विस्तृत समीक्षा कर दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए बसों के रखरखाव में विशेष ध्यान देने, चालकों की काउन्सलिंग करने और बस स्टेशन पर चालकों के विश्राम के लिए रेस्ट रूम की व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दिये गये। बस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं यथा शौचालय, पेय जल, यात्रियों के बैठने की व्यवस्था, पंखे एवं लाइट की व्यवस्था, पूछताछ एवं अन्य यात्री सुविधा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गये तथा यात्रियों से अच्छा व्यवहार करने के लिए निगम कार्मिकों को प्रशिक्षित किये जाने की व्यवस्था सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिये गये।
विभिन्न निगम बस स्टेशन पर रिक्त पड़े कैंटीन, स्टाल के आवन्टन के लिए पूर्व निर्धारित प्रक्रिया में परिवर्तन सरलीकरण करने की अनुमति प्रदान की गयी। साथ ही निगम में परिचालकों की रिक्तियों को सेवाप्रदाता के माध्यम से भरे जाने के लिए पूर्व निर्धारित प्रक्रिया में परिवर्तन, सरलीकरण करने की अनुमति दी गयी। परिवहन निगम की आय में वृद्धि के लिए नॉन टिकट रिवेन्यू के विकल्पों के चिन्हांकन व कार्यवाही के लिए कन्सलटेन्ट के चयन की कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर, अपर प्रबन्ध निदेशकअन्नपूर्णा गर्ग, विशेष सचिव परिवहन, विशेष सचिव सार्वजनिक उद्यम विभाग प्रतिनिधि वित्त एवं नियोजन विभाग, अपर परिवहन आयुक्त बैठक में उपस्थित रहे।
ये भी पढ़ें - बहराइच : विद्यालय से कार्यालय जा रहे प्रधानाध्यापक पर जानलेवा हमला, केस दर्ज
