धर्मांतरण का गंदा खेल: विष्णुपुरी में सरकारी श्रमिक कॉलोनी को बना दिया चर्च, नौकरी, बच्चों की पढ़ाई का देते प्रलोभन
कानपुर में विष्णुपुरी में सरकारी श्रमिक कॉलोनी को बना दिया चर्च।
कानपुर में विष्णुपुरी में सरकारी श्रमिक कॉलोनी को चर्च बना दिया। सूचना पर विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पादरी समेत दो को पकड़ा।
कानपुर, अमृत विचार। कमिश्नरेट कानपुर में एक बार फिर धर्मांतरण का मामला सामने आया है। जहां नवाबगंज थानाक्षेत्र के विष्णुपुरी इलाके में स्थित सरकारी श्रमिक कॉलोनी को ही चर्च बना दिया गया। रविवार को कॉलोनी में प्रार्थना सभा चल रही थी, जिसमें आधा सैकड़ा से ज्यादा लोग शामिल थे। यहां पर लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
सूचना पर पहुंचे विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने एक युवक की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
विष्णुपुरी के श्रमिक कॉलोनी में पीटर्नल गॉस्पल चर्च इन इंडिया एपिस्कोपल एंड सर्विंग सोसाइटी नाम से चर्च है। इसके अध्यक्ष शोभित सिंह हैं। शोभित ने वर्ष 2002 में श्रमिक कॉलोनी में चर्च को रजिस्टर्ड कराया था। रविवार को 60 से 70 हिन्दू समुदाय के लोगों को चर्च में इकट्ठा किया गया था। इन सभी लोगों को बीमारी का इलाज कराने, शादी, नौकरी और तमाम तरह के अलग-अलग प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
लोगों को एक वीडियो भी दिखाया जा रहा था कि किस तरह से ईसाई बनते ही उनकी जीवनशैली बदल गई। नौकरी, इलाज, बच्चों की पढ़ाई समेत अन्य मदद उन्हें मिलने लगी। वहां मौजूद लोगों को धर्मांतरण से संबंधित पंपलेट भी दिए गए थे। इस मामले की शिकायत कोहना थानाक्षेत्र के रामचंद्र चौराहे के पास रहने वाले अमन कुमार गौतम ने बताया कि शोभित डेनियल निवासी शास्त्री नगर व शोभित निवासी विष्णुपुरी कालोनी ने उसके पिता चमनलाल को बहला फुसलाया।
आरोप है, कि उन लोगों ने पिता से प्रभु यीशु की प्रार्थना करने पर सारी दुख दर्द परेशानियां दूर हो जाने की बात कही। उन्हें धर्म परिवर्तित कर इसाई बना होगा। इसाई बनते ही समाज व चर्च मिलकर 50,000 व रहने को घर साथ में पिता का सम्पूर्ण इलाज का खर्च वहन करेगा। यह तक कहा कि चर्च के पादरी द्वारा दिया गया पानी आंखों पर रोज लगाने के लिए कहा जिससे प्रभु यीशु की नेहमत बरसेगी।
बेटे का आरोप है, कि जिस स्थान पर यह चर्च चल रही थी, वह एक सरकारी संपत्ति है। जिसके बाद शोभित डेनियल और शोभित के खिलाफ उत्तरप्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। इस संबंध में नवाबगंज इंस्पेक्टर रोहित तिवारी ने बताया कि दोनों को गिरफ्तार कर मामले की जांच की जा रही है।
सोसाइटी की अनुमति लेकर बनाया था चर्च
आरोपियों ने श्रमिक कॉलोनी में सोसाइटी की अनुमति लेकर चर्च बनाया था। आरोप है, कि चर्च में साप्ताहिक प्रार्थना सभा आयोजित कर भोले-भाले लोगों को रुपये का लालच देकर धर्मांतरण कराया जाता था। वह लोग ज्यादातर गरीब और कम पढ़े लोगों को शिकार बनाते थे। जीवन की सारी समस्याएं दूर करने की बात पर लोग चले जाते थे। सरकारी कर्मचारियों को यह कॉलोनियां किराए पर दी गईं थीं। इसमें किसी का मालिकाना हक नहीं होता है। इसके बाद भी शोभित ने अवैध तरीके से चर्च का रजिस्ट्रेशन सरकारी कॉलोनी पर करा लिया। पुलिस को प्रथम दृष्यता अब तक की जांच में सामने आया है, कि कई वर्षों से कॉलोनी में गतिविधियां चल रही थीं।
अब धर्मांतरण का छठवां मामला आया सामने
कमिश्नरेट कानपुर में धर्मांतरण का छठवां मामला सामने आया है। इससे पहले घाटमपुर, चकेरी, कर्नलगंज, रावतपुर और कोहना में धर्मांतरण का सिंडीकेट पकड़ा गया था। पुलिस ने सभी जगह एफआईआर दर्ज करके आरोपियों पर कार्रवाई की थी। लेकिन, आज तक सिंडीकेट के सरगना तक नहीं पहुंच सकी। जबकि धर्मांतरण को लेकर विदेश से फंडिंग समेत अन्य साक्ष्य भी पुलिस के हाथ पूर्व में लग चुके हैं।
