सर! पापा की तेहरवीं हैं, अभी तक न्याय नहीं मिला…न्याय संघर्ष समिति के साथ पुलिस कमिश्नर से मिले पीड़ित

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। किसान बाबू सिंह की आत्महत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगातार परिवार आलाधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। न्याय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के साथ पीड़ित परिवार पुलिस कमिश्नर से मिला। जहां बाबू सिंह की बेटी रूबी व काजल ने कहा कि सर शुक्रवार को पापा की तेहरवीं है, लेकिन हमें अभी तक न्याय नहीं मिला। आप बताओ हम पापा की तेहरवीं कैसे करें। 

गुरुवार को न्याय संघर्ष समिति के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता, सपा नेता फतेह बहादुर गिल के साथ बाबू सिंह यादव का परिवार पुलिस कमिश्नर डॉ.आर के स्वर्णकार से मिलने पहुंचा। बेटियों ने पुलिस कमिश्नर से कहा कि पिता की मौत का जिम्मेदार भाजपा नेता डॉ. प्रियरंजन अंशु दिवाकर और उसके साथी खुलेआम बाहर घूम रहे हैं। पिता की आत्मा को शांति कैसे मिलेगी। बेटी रूबी ने पुलिस कमिश्नर से पूछा की आखिर क्यों पुलिस भाजपा नेता को पकड़ नहीं रही। 

बाबू सिंह की पत्नी बिटान देवी ने कहा की जब न्याय नहीं मिलना है तो हम सब जी के क्या करेंगे। न्याय संघर्ष समिति के अभिमन्यु गुप्ता ने पुलिस कमिश्नर से कहा कि जब आरोपी गिरोह बनाकर जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं तो फिर इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही। पुलिस कमिश्नर डॉ. आर के स्वर्णकार ने एसीपी चकेरी अमरनाथ यादव को फोन किया और उनसे मामले में जल्द से जल्द धारा 82 और 83(कुर्की) की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है कि नहीं इस पर भी जांच करने के निर्देश दिए हैं।

पुलिस की कृपा से भाजपा नेता पुलिस की पकड़ से दूर

किसान बाबू सिंह यादव सुसाइड कांड के मुख्य आरोपी भाजपा नेता डॉ प्रियरंजन अंशु दिवाकर को 12 दिन बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम से लेकर कई दिग्गज नेताओं के साथ आरोपी की तस्वीरें लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं। अब परिवार के लोग कार्रवाई पर सवाल उठाकर पुलिस की कृपा होने की बात कह रहे हैं। अभी तक छह आरोपियों में से केवल एक आरोपी राहुल जैन को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में पुलिस अब तक 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है। राजधानी समेत कई शहरों में पुलिस की टीमें डेरा डाले हुए हैं, लेकिन अंशु के रसूख के आगे किसी की नहीं चल रही। 

ये है मामला 

चकेरी गांव में रहने वाले किसान 50 वर्षीय बाबू सिंह यादव ने नौ सितंबर को घर से चंद कदम की दूरी पर ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया था। उनके पास से मुख्यमंत्री के नाम का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था। किसान की पत्नी बिटान देवी ने बताया कि 18 मार्च, 2023 को चकेरी के भाजपा नेता डॉ प्रियरंजन अंशु दिवाकर ने 6.5 करोड़ रुपये में उनकी जमीन का सौदा किया था। जबकि जमीन की कीमत 10 करोड़ से ज्यादा है। अंशु ने बोगस चेक देकर पूरी जमीन की रजिस्ट्री करवा दी और बाद में किसान से चेक भी छीन लिया। आहत बाबू सिंह ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी।

भाजपा नेता समेत छह पर दर्ज है एफआईआर
मृतक किसान की पत्नी बिटान की तहरीर पर चकेरी थाने में नौ सितंबर की देर रात भाजपा नेता डॉ प्रियरंजन अंशु दिवाकर, अंशु के गुर्गे व मैनपुरी के भाजपा नेता शिवम चौहान, नोएडा में रहने वाले अंशु के पार्टनर राहुल जैन, जितेंद्र, बबलू, मधुर पांडेय के खिलाफ धोखाधड़ी, आत्महत्या के लिए उकसाने, साजिश रचने और जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज है।

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