संभल: इंस्पेक्टर ने अश्लील बातें कर दुष्कर्म पीड़िता को किया शर्मसार, निलंबित
संभल, अमृत विचार। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता किशोरी के साथ पुलिस इंस्पेक्टर ने जांच के नाम पर अश्लीलता की ऐसी हदें पार करीं कि किशोरी शर्मसार हो गई। एक बार नहीं इंस्पेक्टर ने पीड़िता को कई बार फोन पर दुष्कर्म की घटना और मेडिकल परीक्षण को लेकर ऐसे सवाल पूछे जिन्हें सुनकर पीड़िता की जुबान लड़खड़ाने लगी। किशोरी के भाई ने बातचीत का आडियो दिया तो पुलिस अधीक्षक ने इंस्पेक्टर को तुरंत निलंबित कर आगे की कार्रवाई के लिए जांच बैठा दी।
गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र के गांव की रहने वाली किशोरी के साथ चार माह पहले सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी। गांव की ही युवती बहाने से किशोरी को जंगल में बुलाकर ले गई जहां पांच युवकों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। परिजनों का कहना है कि इस घटना के बाद ही सदमे में किशोरी के पिता और दादी की मौत हो गई। इस मामले की जांच गुन्नौर कोतवाली के इंस्पेक्टर क्राइम अशोक कुमार कर रहे थे।
बुधवार को पीड़ित किशोरी व उसके भाई ने पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह गुनावत को शिकायती पत्र दिया तो आरोप देखकर पुलिस अधीक्षक भी चौंक गये। इंस्पेक्टर अशोक कुमार पर पीड़ित किशोरी को बार-बार फोन कर जांच के नाम पर अश्लील बातें करने का आरोप लगाते हुए किशोरी के भाई ने फोन पर हुई बातचीत का आडियो भी सबूत के तौर पर दिया। पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह गुनावत ने सीओ गुन्नौर से रिपोर्ट तलब की और रिपोर्ट मिलते ही आरोपी इंस्पेक्टर अशोक कुमार को निलंबित कर दिया।
बेशर्म इंस्पेक्टर पीड़िता से बोला-बताओ डाक्टरनी ने क्या क्या चेक किया था
गुन्नौर कोतवाली के इंस्पेक्टर क्राइम अशोक कुमार ने फोन पर बातचीत में दुष्कर्म पीड़िता किशोरी से जो कुछ कहा उसे कहने की इजाजत न तो उसे पुलिस विभाग देता है और न ही भारत का कानून। ऑडियो सुनने के बाद किशोरी से दुष्कर्म करने वालों और इंस्पेक्टर में कोई अंतर नजर नहीं आता।
इंस्पेक्टर क्राइम अशोक कुमार ने किशोरी को फोन किया तो उसने सहजता से पूछा- कौन बोल रहे हो। इंस्पेक्टर ने पुलिसिया हनक के साथ जवाब दिया- साहब बोल रहा हूं। इसके बाद इंस्पेक्टर ने पूछा- बताओ अच्छा जो उस दिन डॉक्टरी हुई थी तेरी, उस दिन डॉक्टरनी ने, उसमें क्या-क्या चीज चेक की थी।
इंस्पेक्टर का सवाल सुनकर किशोरी सन्न रह गई। पीछा छुड़ाने के लिए कहा-उसने तो कुछ भी नहीं किया, वहीं किया जो करने वाला होता है। इंस्पेक्टर ने फिर बेशर्मी से कहा- क्या किया बताओ। किशोरी ने जवाब दिया मुझे शर्म आती है यह सब बताने में। दरोगा ने फिर कहा- बताओ। किशोरी ने बेबसी से फिर इंस्पेक्टर से कहा कि मैं यह कह रही हूं बार-बार मुझे शर्म लगती है यह सब बताने में, तुम्हें नहीं पता उन्होंने क्या किया होगा।
इंस्पेक्टर ने हड़काते हुए कहा- रिपोर्ट जा रही है, रिपोर्ट वाले पूछ रहे हैं। किशोरी ने फिर कहा मुझे शर्म आती है उन सब बातों को बताने में। इंस्पेक्टर ने फिर धमकाया- बताना हो तो बता दो, नहीं बताना हो तो मत बताओ। बेशर्म इंस्पेक्टर ने सवालों से पानी- पानी हो रही किशोरी के साथ हदें पार करते हुए ऐसा सवाल कर डाला कि बच्ची के मुंह से जवाब ही नहीं निकला। इंस्पेक्टर बोला- अच्छा शरीर पर चोट चेक की थीं,बाल और नाखून लिए थे। नाखून कौन से हाथ के लिए थे बाल कहां के लिए थे।
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