रुद्रपुर: नवजात मौत प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले न्यू मेडी स्टार पर हुआ मुकदमा
रुद्रपुर, अमत विचार। प्रीत कॉलोनी में नवजात मौत प्रकरण में आखिरकार स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ पुलिस ने भी प्रीत विहार कॉलोनी स्थित न्यू मेडी स्टार हॉस्पिटल पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सीज कर दिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट आने के बाद जल्द ही पुलिस अस्पताल संचालक चिकित्स को ंगिरफ्तारी कर सकती है।
बताते चले कि दो नवंबर को प्रीत विहार कॉलोनी स्थित न्यू मेडी स्टार हॉस्पिटल में उपचार के दौरान छह दिन के नवजात की मौत हो गई थी। जिससे आक्रोशित भीड़ ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। तो वहीं विधायक शिव अरोरा ने भी जमकर लताड़ लगाई थी।
इस दौरान प्रीत विहार कॉलोनी के रहने वाले नीरज पाल का कहना था कि 28 अक्टूबर को उसका बेटा पैदा हुआ था और खुशी के माहौल में अचानक 31 अक्टूबर को नवजात की तबीयत बिगड़ने लगी। तो परिवार के लोग उसे कॉलोनी स्थित न्यू मेडी स्टार हॉस्पिटल लेकर गए। जहां अस्पताल के संचालक एवं चिकित्सक डॉ यासीन पासा और आरिश पाशा ने आश्वासन दिया था कि नवजात को बाल रोग विशेषज्ञ की देखरेख में उपचार कराया जाएगा और एक नवंबर को ऑक्सीजन शुरू कर दी थी।
शाम को ऑक्सीजन से हटाने के बाद दो नवंबर की दोपहर को डॉ यासीन पासा ने इंजेक्शन लगाने की बात कहते हुए अस्पताल कर्मी ने जैसे ही नवजात को इंजेक्शन लगाया। उसी दौरान नवजात की हालत बिगड़ने लगी और थोड़ी ही देर में नवजात ने दम तोड़ दिया। जिसे देखकर अस्पताल प्रबंधन मौके से फरार हो गया और सूचना मिलने पर पुलिस ने घटना की जानकारी लेने के बाद तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी एक टीम भेजकर जांच करवाई और कई खामियां मिलने पर अस्पताल को सीज कर दिया था। नवजात की मौत प्रकरण को लेकर जहां पुलिस ने अ स्पताल संचालकों पर कानूनी का डंडा बरसाने की तैयारी कर ली है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने आरोपी चिकित्सकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया।
साजिशन हत्या का लगाया आरोप
रुद्रपुर। नवजात मौत प्रकरण में प्रीत बिहार कॉलोनी स्थित न्यू मेडी स्टार हॉस्पिटल के चिकित्सकों पर मृतक नवजात के पिता नीरज पाल ने साजिश बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता का कहना था कि जिस वक्त नवजात को भर्ती कराया गया था। उस वक्त डॉ यासीन पासा और आरिश पासा ने बाल रोग विशेषज्ञ होने की बात कही थी।
मगर जब नवजात की उपचार के दौरान मौत हो गई। तो पता चला कि दोनों ही चिकित्सकों को बाल रोग विशेषज्ञ होने का कोई भी अनुभव नहीं है और अनुभवहीनता के कारण ही चिकित्सकों ने झूठ बोलकर साजिशन गलत विचार किया। जिससे उसकी नवजात बच्चे की उपचार के दौरान नहीं,बल्कि सोची समझी साजिश के तहत गलत इंजेक्शन लगाकर हत्या की है।
प्रीत बिहार कॉलोनी स्थित न्यू मेडी स्टार हॉस्पिटल में उपचार के दौरान नवजात की मौत प्रकरण की जांच रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय भेज दी है। जांच रिपोर्ट में अस्पताल की कई खामियां और लापरवाही सामने आई है। साथ ही अस्पताल का रजिस्ट्रेशन की ओर के नाम है और उसका संचालन कोई और कर रहा है। वहीं योगाचार्य की डिग्रीधारक मरीजों को देख रहे है। इन सभी बिंदुओं की जांच रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल का लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति भी की है।
डॉ राजेश आर्य,एसीएमओ
