Vaikunth Chaturdashi 2023: औरैया में यमुना नदी पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान, दीपदान कर सुख समृद्धि की कामना

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
On

औरैया में यमुना नदी पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान।

औरैया में यमुना नदी पर श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने दीपदान कर सुख समृद्धि की कामना भी की।

औरैया, अमृत विचार। सनातन धर्म के अनुसार कार्तिक मास शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चतुदर्शी के रूप में मनाये जाने का विधान है। बैकुंठ चतुर्दशी पर कार्तिक स्नान करने वाले श्रद्धालु सुबह पवित्र नदियों , कुआँ, तालाब घर पर स्नान कर भगवान विष्णु, देवो के देव महादेव व तुलसी का पूजन कर सुख समृद्धि की कामना करते है।

माना जाता है कि वैकुंठ चतुर्दशी के दिन पवित्र नदियों में स्नान, दीप दान, व विधिविधान से पूजा अर्चन कर जरूरतमंदों को दान देने से श्रद्धालुओं की सुख समृद्धि बढ़ती है।

धार्मिक मान्यता के अनुसार बैकुंठ चतुर्दशी के दिन ही शिव जी ने विष्णु भगवान को ब्रह्मांड संभालने का कार्यभार सौपा था। इसलिए इस शुभ दिन पर विष्णु व शिवजी की पूजा उपासना करने का बड़ा महत्व माना जाता है। शिवजी व विष्णु जी के समक्ष व्रत रखकर विष्णु जी को बेलपत्र व कमल पुष्प अर्पित कर पूजन अर्चन किये जाने का विधान है।

इसके साथ बैकुंठ चतुर्दशी के दिन विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करना अति उत्तम माना गया है। औरैया में आज सुबह से ही लोग मंदिरों व यमुना तट पर स्नान दीपदान आदि कर भगवान विष्णु का पूजन अर्चन कर रहे थे सुबह तकरीबन 4 बजे से ही श्रद्धालु भक्त घर से लेकर यमुना तट तक जगह-जगह रास्ते मे दीप जलाते हुए जा रहे थे तो वही मंदिरों में श्रद्धालु भक्त भगवान विष्णु को पालना झुला रहे थे और तुलसी मां का पूजन कर परिवार व देश की सुख समृद्धि की कामना करते देखे गये।

ये भी पढ़ें- UP: प्रेमिका की नृशंस हत्या कर प्रेमी ने खुद भी निगला जहरीला पदार्थ... मौत, हाईवे पर वारदात को दिया अंजाम

संबंधित समाचार