कासगंज: अधिवक्ताओं का आरोप, कहा भ्रष्ट हैं सदर और नायब तहसीलदार 

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Published By Om Parkash chaubey
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पिछले कई दिनों से न्यायिक कार्य से विरत चल रहे हैं तहसील के अधिवक्ता 

कासगंज,अमृत विचार: तहसील सदर के अधिवक्ता बीते दिनों से न्यायिक कार्य से विरत चल रहे हैं। उनका आरोप है कि न्यायालय तहसीलदार एवं न्यायालय नायब तहसीलदार में भ्रष्टाचार व्याप्त है। दोनों ही अधिकारी पूरी तरह भ्रष्ट हैं और बिना रुपए लिए कोई कार्य नहीं कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया जाना चाहिए।

इधर अधिवक्ताओं ने ऐलान किया है कि जब तक यह दोनों भ्रष्ट अधिकारी नहीं हटाए जाएंगे, तब तक कार्य से विरत रहेंगे।शनिवार को अधिवक्ता एकत्रित हुए। जयशंकर दुबे, धर्मेंद्र कुमार साहू के अलावा और भी तमाम अधिवक्ता एक साथ एकत्रित रहे और पूरी तरह कार्य से विरत रहे। स्पष्ट किया कि जब तक न्यायालय नायब तहसीलदार और न्यायालय तहसीलदार में भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा तब तक न्याय कर नहीं किया जाएगा।

वादकारियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अधिवक्ताओं का कहना है कि जिन मामलों में सुनवाई हो जाती है जन मामलों में आदेश नहीं होते हैं और सुनवाई के बाद जिन मामलों में धनराशि नायब तहसीलदार बिलराम और तहसीलदार कासगंज सदर को मिल जाती है उन मामलों में आदेश हो जाते हैं।

यह स्थिति बेहद शर्मनाक है। इसलिए इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिए। दोनों ही अधिकारियों को हटाया जाए या फिर ऐसी व्यवस्था बनाई जाए की वादकारियों की समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण हो।

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