वाराणसी : अस्सी घाट पर नृत्यांजलि का हुआ आयोजन, कलाकारों ने बांधा समां   

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

वाराणसी, अमृत विचार। अस्सी घाट पर संस्कृति मंत्रालय की ओर से सुबह बनारस के मंच पर नृत्यांजलि कार्यक्रम हुआ। संस्कृति मंत्रालय की ओर से युगल कथक नृत्य डॉक्टर मनीषा मिश्र और अनुज मिश्रा जो लखनऊ के घराने से है वहीं एकल नृत्य विद्या लाल जो जयपुर से ताल्लुक रखती है वही बनारस घराने की पदमश्री से सम्मानित पदमश्री नलिनी अस्थाना और पदमश्री से सम्मानित पदमश्री कमलिनी अस्थाना  ने समा बांधा। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश और बिरजू महाराज कथक संस्थान लखनऊ द्वारा आयोजित विदुषी पदमविभूषण गिरिजा देवी जी की स्मृति में किया जा रहा है।
   
नृत्यांगना डॉक्टर मनीषा मिश्रा से बात करने पर उन्होंने बताया कि हम लोग लखनऊ से आ रहे है बनारस हमारी जनस्थली है इसी वजह से बनारस हमारे खून में रचा बसा है। आज हमने कृष्ण वंदना से शुरुआत की है उसके बाद ताल तीन ताल 16 मात्रा में और कुछ कथक दिखाया और उसके पश्चात हम लोगों ने घुंघरू के पदचाप को छनकारित करने का प्रयास किया ।

ये भी पढ़ें -16 दिसंबर को अपने 103वें दीक्षांत समारोह में बीएचयू प्रदान करेगा 14600 उपाधियां

संबंधित समाचार