शाहजहांपुर: IMA के महासम्मेलन में हुई कैंसर से निजात पर चर्चा, देश भर के वरिष्ठ चिकित्सकों ने लिया हिस्सा
शाहजहांपुर, अमृत विचार। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासम्मेलन यूपीकॉन-2023 का आयोजन महानगर के एक होटल में किया गया। इस दौरान कैंसर सहित विभिन्न गंभीर बीमारियों पर चर्चा की गई, साथ ही उनके निदान के विषय में बताया गया। चिकित्सकों ने कहा कि ब्रेस्ट की गांठ भी कैंसर हो सकती है इसलिए इसे हल्के में न लें। परेशानी की शुरुआत में ही चिकित्सक को दिखाकर जांच कराएं।
वीओ- शाहजहांपुर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का दो दिवसीय महासम्मेलन एक होटल में चल रहा है। प्रदेश भर के डॉक्टर इसमें प्रतिभाग कर रहे हैं। रविवार को इसका दूसरा दिन था। इस दौरान चिकित्सकों ने कई जटिल रोगों पर चर्चा करने के साथ ही कैंसर के बढ़ते केसों पर प्रकाश डाला। चिकित्सकों ने कहा कि वर्तमान में कैंसर के काफी केस देखने को मिल रहे हैं।
ब्रेस्ट में गांठ भी कैंसर हो सकती है। इसलिए शुरुआती दौर में ही जांच कराएं और अगर कैंसर की पुष्टि होती है तो विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज शुरू कराएं। महासम्मेलन में प्रतिभाग करने पहुंचे प्लास्टिक सर्जन डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि अगर मुंह में जख्म बन गया है और वह सूख नहीं रहा तो चिकित्सक को दिखाना चाहिए। ब्रेस्ट में गांठ बन गई है और ठीक नहीं हो रही, साथ ही बढ़ रही है तो लापरवाही न करें।
तुरंत जांच करवा लें। उन्होंने कहा कि अब कैंसर के ऑपरेशन के बाद भी आप अपने शरीर के अंगों को पहले जैसा पा सकते हैं। इसके लिए प्लास्टिक सर्जरी का सहारा लिया जाता है। प्लास्टिक सर्जरी के जरिये शरीर के एक अंग से खाल निकाल कर दूसरी जगह पर ट्रांसप्लांट की जाती है। यह काम इतनी बारीकी से किया जाता है कि पहचानना मुश्किल होता है।
अगर किसी का चिक या ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के दौरान काटना पड़ा है तो प्लास्टिक सर्जन सर्जरी करके दोबारा से विकसित कर देते हैं। कई बार कैंसर के इलाज के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट को निकालना पड़ जाता है। ऐसी महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है। अब ब्रेस्ट को दोबारा से विकसित किया जा सकता है।
आईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल ने बताया कि महासम्मेलन में कैंसर के इलाज आदि पर चर्चा की गई है। पहले कैंसर का पता नहीं चल पाता था और लोग मर जाते थे। अब कैंसर का पता लगाया जा सकता है और इलाज से लोगों की जान बचाई जा रही है।
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