काल बनी आग की आंच, हरदोई में बुजर्ग दम्पति की दम घुटने से मौत
मल्लावां/ हरदोई, अमृत विचार। कस्बे में बीमार बुजुर्ग दम्पति की कमरे में दम घुटने से मौत हो गई। जबकि साथ में सो रहा बेटा बाल -बाल बच गया। सुबह ज़ब कमरा न खुला तो दरवाज़े के ऊपर रोशनदान का शीशा तोड़कर लोगों ने शोर मचाया। जब तक बेटा दरवाजा खोलता तब तक दम्पति दम तोड़ चुके थे।
बताते है कि कस्बे के गंगारामपुर निवासी गुलाम रब्बानी उम्र 92 वर्ष पुत्र स्व सुलेमान और उनकी पत्नी उबरा बेगम उम्र 85 वर्ष बीमार चल रहे थे। शनिवार की रात सर्दी आधिक होने से प्राइवेट डॉक्टर को बुलाकर उनके बेटे इमरान उर्फ़ गुड्डू ने दिखाया। उसके बाद तीनों लोग एक कमरें में आग जलाकर सर्दी दूर करते रहे। रात आधिक होने के बाद दरवाजा बंद कर तीनों लोगों की आंख लग गईं। आग के धुए से रात में अचानक दम घुटने से गुलाम रब्बानी और उनकी पत्नी उबरा बेगम की मौत हो गईं। सुबह ज़ब कमरा न खुला तो उनके साथ मकान में रहे बेटे इरफ़ान उर्फ़ चाँद मियाँ व गुलफाम उर्फ़ पप्पू सहित आस पड़ोस के लोगों ने दरवाज़े के ऊपर रोशनदान का शीशा तोड़ा तो उसमें महक आ रही थी।
शोर शराबा किया तो इमरान उर्फ़ गुड्डू की आंख खुली और अंदर से दरवाजा खोला तो कमरें से दम्पति को बाहर निकाला गया और प्राइवेट डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। परिजनों को जैसे ही दोनों के मृत होने की जानकारी मिली तो पूरे घर कोहराम मच गया। उनके पांच पुत्र है जिसमें फुरकान बिलग्राम में दुकान चलाता है तो रिजवान दिल्ली में रह कर काम करता है अन्य तीनों पुत्र उनके साथ ही रहते है।
सर्दियों में ऐसे हादसों से बचने के लिए ले सबक
इस हादसे में दम्पति की मौत से लोगों सबकक लेकर जागरुक होकर ध्यान रखना चाहिए कि सर्दी में दरवाजा बंद कर आग जलाकर न सोए नहीं तो दम घुटने से कोई भी अनहोनी हो सकती है।
एक साथ आंगन में रखे गए दोनों के शव
एक साथ एक आंगन में दम्पति के शव रखें होने से हड़कंप मच गया। वैसे दम्पति उम्र के आखिरी पड़ाव पर थी। लेकिन एक साथ दोनों इस दुनिया से विदा होंगे ये किसी ने भी नहीं सोचा होगा।
