शाहजहांपुर: विवादित मामलों में सुलह-समझौता कराकर बांटी जाएंगी घरौनी

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Published By Moazzam Beg
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में आपसी विवाद के चलते फंसी लगभग पांच सौ घरौनी सुलह-समझौते के आधार पर बांटी जाएंगी। प्रशासन ने इसके लिए तैयारी तेज कर दी है। लोगों से संपर्क कर आपसी समझौता कराने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी स्वामित्व योजना का उद्देश्य ग्रामीणों को रिहायशी भूखंड पर मालिकाना हक देना है। योजना के तहत ग्रामीण आबादी क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति को घर के कागज और पूरा मालिकाना हक मिलेगा। साथ ही प्लाट पर भी स्वामित्व मिल जाएगा। जिसके तहत वह बैंक से ऋण ले सकेगा। यह घर का सटीक और प्रमाणिक भूमि रिकॉर्ड है। जैसे खेत की खतौनी होती है, वैसे ही घर की घरौनी दी जाएगी। 

कई बार देखने में आया है कि गांव में एक ही भूखंड पर कई लोग एक साथ दावेदारी करते हैं। ऐसे में लंबे समय तक कब्जे को लेकर दोनों पक्षों में विवाद रहता है। जिसके कारण कई बार खून-खराबा भी हो जाता है। बताया जा रहा है कि जिले में इस तरह के लगभग पांच सौ विवाद हैं, जिनमें एक ही जमीन के टुकड़े पर दो पक्ष अपना दावा कर रहे हैं। ऐसे विवादों को आपसी समझौते के आधार पर हल कराने में प्रशासन जुटा हुआ है। घरौनी जारी होने के बाद इस तरह विवादों का खात्मा हो जाएगा। 

शासन की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि सभी विवादों को निपटाने के बाद फरवरी में सभी घरौनी का वितरण कर दिया जाए। कुल 1890 गांवों में घरौनी का वितरण किया जाना है और अब तक 1,880 गांवों में ड्रोन सर्वे पूरा हो चुका है। मात्र दस गांव में ड्रोन सर्वे होना है। अब तक 2,93,936 भूखंड प्रपत्र पूरे हो चुके हैं। 2 लाख 19 हजार घरौनी तैयार हो चुकी हैं। समय से सभी को घरौनी बांटने के लिए जिले में एक फरवरी से विशेष अभियान चलाया जाएगा। 

तिलहर से हुई थी शुरुआत
वर्ष 2021 में जिले में तिलहर से स्वामित्व योजना की शुरुआत हुई। यहां सबसे ज्यादा 521 गांवों में चूना मार्किंग के साथ ड्रोन सर्वे कर 76 हजार 347 लोगों को घरौनी वितरित की जा चुकी है। तहसील सदर में घरौनी वितरण का कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है। यहां अभी तक 396 गांवों में 75 हजार घरौनी के सापेक्ष केवल 55 हजार 539 घरौनी ही तैयार हो सकी।

जलालाबाद के 165 गांवा में 27 हजार 459 के सापेक्ष 24 हजार 602 घरौनी बन चुकी है। इसी तरह कलान के 164 गांवों में 32 हजार 789 प्लाट के सापेक्ष 23 हजार 449 डिजिटल घरौनी तैयार की जा चुकी है। पुवायां में भी काम धीमा है। यहां 524 गांवों के 72 हजार 692 प्लाट के सापेक्ष 61 हजार 842 घरौनी ही तैयार की जा सकी हैं। 

घरौनी वितरण का कार्य फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। विवादित मामलों में सुलह समझौता कराकर घरौनी दी जाएगी। घरौनी मिल जाने पर विरासत भी आसान होगी और संपत्ति पर बैंक से कर्ज भी लिया जा सकेगा।-संजय कुमार पांडेय, एडीएम प्रशासन

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