बाराबंकी : अब मिलेगी मौसम की सटीक जानकारी, लग रहे उपकरण

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Published By Virendra Pandey
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काशीनाथ दीक्षित, दरियाबाद/बाराबंकी, अमृत विचार। अब ब्लॉकों में बारिश का आकलन करने के लिए वर्षा मापी यंत्र (ऑटोमेटिक रेनगेज) लगाए जाएंगे, साथ ही मौसम की जांच के लिए ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन भी बनाए जाएंगे। साथ ही तहसीलों में दो वर्षा मापी यंत्र भी लगेंगे। दरियाबाद ब्लॉक में तो ऑटोमेटिक रेनगेज स्थापित करने की शुरुआत भी हो चुकी है।

शासन से भेजे गए पत्र के क्रम में जनपद में मौसम पूर्व चेतावनी तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन एवं ऑटोमेटिक रेनगेज स्थापित किए जाने हैं। सभी तहसीलों में वर्तमान में पहले से ही वर्षा मापी यंत्र है। ब्लाकों में न होने से बारिश का सही आंकड़ा नहीं मिल पाता है। प्रत्येक तहसील में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगाए जाने के लिए प्रत्येक तहसील में दो जगह पर 10 मीटर लंबा व 10 मीटर चौड़ा दो स्थल चिन्हित करना है। इसी तरह ऑटोमेटिक रेनगेज के लिए प्रत्येक ब्लॉक में पांच मीटर लंबा व पांच मीटर चौड़ा चार स्थल चिन्हित करके देना है। इसके बाद इसको जिला प्रशासन की तरफ से राहत आयुक्त कार्यालय के गूगल शीट भेजा जाना है। शासन स्तर से टेंडर कराकर चाहे मशीन भेजकर वहां मशीनें लगाई जाएंगी। दरियाबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायत मथुरानागर में  विंड्स कार्यक्रम के तहत प्रत्येक ब्लॉक में एक एडब्ल्यूएस व एक एआरजी स्थापित करने का काम चल रहा है। ब्लॉक में इनकी स्थापना के लिए स्थान का चयन कर फाउंडेशन बनाने का काम जोरों पर हैं। ब्लॉक क्षेत्र की  ग्राम पंचायत मथुरानगर के भवन  की छत पर एआरजी स्थापित करने का काम कर रहे अभियंता प्रशांत कुमार ने बताया कि एडब्ल्यूएस स्थापित करने के लिए सामान्यतया 10 वर्गमीटर व एआरजी के लिए 5 वर्गमीटर भूमि चाहिए। एडब्ल्यूएस ब्लॉक कार्यालय में और एआरजी की स्थापना ग्राम पंचायत भवन के छत पर होगी। खंड विकास अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया दरियाबाद विकास खंड व मथुरानगर ग्राम पंचायत में यह मौसम से संबंधित यंत्र लगेंगे। इससे अब मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी।

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